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रूस में मौलानाओं ने 4 शादी का फतवा वापस लिया:बूढ़ी-बीमार बीवी होने पर कई निकाह की छूट दी थी

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रूस की एक टॉप इस्लामिक संस्था (DUM) ने मुस्लिम पुरुषों को 4 पत्नियां रखने की अनुमति देने वाले विवादास्पद फतवा को वापस ले लिया है। आरटी न्यूज के मुताबिक 17 दिसंबर को इस्लामिक बॉडी DUM ने एक से ज्यादा महिलाओं के साथ विवाह की अनुमति देने की मांग करते हुए एक फतवा जारी किया था। इसमें पत्नी के खराब हेल्थ या फिर बूढ़ी होने पर दोबारा शादी को मंजूरी दी गई थी। फतवे में कहा गया था कि एक शख्स 4 पत्नियां रख सकता है, बशर्ते वह सभी पत्नियों को बराबर सुख-सुविधा देने के साथ बराबर समय भी दे। दस्तावेज में सभी पत्नियों के साथ निष्पक्ष या समान बर्ताव करने की भी शर्तें थीं। हालांकि इसकी पूरे देश में आलोचना हो रही थी। फतवा जारी होने के 6 दिन बाद सोमवार को सरकार ने इस्लामिक संस्था को नोटिस भेजा। इसके कुछ ही घंटे बाद DUM ने फतवा वापस लेने की घोषणा की। DUM के अध्यक्ष शमील अलयाउतदीनोव ने फतवा वापस लेने को लेकर कहा कि यही अल्लाह की इच्छा है। इस मसले पर बहस करने का कोई मतलब नहीं है। इस्लामिक धर्मगुरुओं पर देश में शरिया लागू करने का आरोप लगाया मानवाधिकार परिषद के सदस्य किरिल कबानोव ने इस्लामिक धर्मगुरुओं पर देश में शरिया कानून लागू करने की कोशिश करने और रूसी संविधान का अनादर करने का आरोप लगाया। संसदीय परिवार मामलों की प्रमुख नीना ओस्तानिना ने कहा कि फतवा रूसी धर्मनिरपेक्षता को कमजोर करता है। उन्होंने बहुविवाद को नैतिकता और पारंपरिक मूल्यों के खिलाफ बताया। इस दस्तावेज का बचाव करते हुए मॉस्को के मुफ्ती इल्दर अलयाउतदीनोव ने कहा कि चार विवाह की अनुमति देने वाले फतवा ने बहुविवाह को वैध नहीं बनाया है और न ही देश के धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत को कमजोर किया है। इल्दर ने कहा कि फतवा ने सिर्फ इस्लामी सिद्धांत को साफ किया है। इसे कानूनी अधिकार बनाने की कोशिश नहीं हो रही है। रूस में 11 फीसदी मुसलमान, चेचन्या में इस्लाम का प्रभाव फिलहाल रूस की कुल आबादी साढ़े 14 करोड़ से कुछ कम है। इसमें मुस्लिम आबादी 1 करोड़ 60 लाख से कुछ ज्यादा है। ये पूरे देश की कुल आबादी का लगभग 11 फीसदी है, जिसमें सुन्नी ज्यादा हैं। रूस के चेचन्या, दागीस्तान, इंगुशेतिया, तातारस्तान और बश्कोर्तोस्तान में मुस्लिम आबादी रहती है। चेचन्या सुन्नी मुसलमान-बहुल क्षेत्र है और लगातार अस्थिर रहा है। लगभग दो दशक पहले चेचन्या में जनमत संग्रह भी हुआ था, जिसके बाद व्लादिमीर पुतिन ने यहां अलग संविधान की मंजूरी दी थी। चेचन्या में इस्लाम का काफी प्रभाव है और वहां शराबबंदी भी लागू है। वहीं, महिलाएं सिर ढक कर सड़कों पर दिखाई देती हैं।

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