बक्सर में अतिक्रमण हटाने के दौरान अजीबो-गरीब स्थिति हो गई। दरअसल, स्थानीय प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने के दौरान एक मकान में बाहर की ओर बनाई गई सीढ़ी को तोड़ दिया। इस मकान में दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक की एक ब्रांच है। सीढ़ी टूट जाने से बैंक गए कस्टमर और स्टाफ मकान के पहले फ्लोर पर फंस गए। जिसके बाद लोगों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। नीचे भीड़ जुट गई। सूचना मिलते ही आनन-फानन में प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। जेसीबी की मदद से सभी को सुरक्षित बाहर निकाला गया। इसके बाद बैंक आने वाले दूसरे ग्राहकों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। शाम तक बैंक कर्मी अस्थायी सीढ़ियों की मदद से बाहर निकल सके। गुरुवार को सिमरी प्रखंड क्षेत्र के नियाजीपुर बाजार में अतिक्रमण हटाने के दौरान ये वाकया हुआ। 2 तस्वीरें देखिए… पहले ही दिया गया था नोटिस प्रशासन की माने तो अतिक्रमण हटाने की इस कार्रवाई के लिए पहले ही नोटिस जारी कर दिया गया था। बावजूद इसके, स्थानीय लोगों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। सड़क चौड़ीकरण के लिए अतिक्रमण हटाना जरूरी था, क्योंकि बाजार क्षेत्र में अवैध निर्माण की वजह से सड़क निर्माण में बाधा आ रही थी। ठेकेदार की ओर से इस समस्या की शिकायत मिलने के बाद प्रशासन हरकत में आया। अतिक्रमण हटाने के दौरान अफरा-तफरी का माहौल बना रहा, लेकिन पुलिस बल की उपस्थिति में स्थिति नियंत्रण में रही। SDPO अफाक अख्तर अंसारी, BDO शशिकांत शर्मा, CO भगवती शरण पांडेय सहित तीन थानों की पुलिस मौके पर मौजूद रही। आशा पड़री से बक्सर-कोइलवर तटबंध तक चौड़ी हो रही सड़क आशा पड़री से बक्सर-कोइलवर तटबंध तक सड़क चौड़ीकरण का काम चल रहा है। इस परियोजना में नाली निर्माण भी शामिल है, ताकि लोगों को सड़क और जल निकासी की सुविधा मिल सके। इस कार्रवाई के बाद नियाजीपुर बाजार में हलचल है। स्थानीय लोग अस्थायी अतिक्रमण हटाने में खुद ही जुट गए। प्रशासन की इस सख्ती से यह संदेश गया कि सड़क निर्माण कार्य में बाधा डालने वाले किसी भी अतिक्रमण को बख्शा नहीं जाएगा। ——————————————————————————— ये खबर भी पढ़िए… DM को बंधक बनाया, गाड़ी की नेम प्लेट छिपाकर निकाला,VIDEO:बेगूसराय में अतिक्रमण हटाने पर लोगों का हंगामा; कलेक्टर दिखे तो उन्हें ही घेर लिया बेगूसराय डीएम तुषार सिंगला को गुरुवार को भीड़ ने बंधक बनाकर रखा। घटना की सूचना मिलने पर SP समेत कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। लोगों को समझाने की कोशिश की गई। भीड़ मानने को तैयार नहीं हुई तो पुलिस वालों ने डीएम की गाड़ी की नेम प्लेट सफेद कपड़े से छिपाकर उन्हें सुरक्षित निकाला। दरअसल, रेलवे प्रशासन लोहिया नगर गुमटी के पास बनी झोपड़पट्टी को हटाने के लिए पुलिस और जेसीबी के साथ पहुंचा था। इसी दौरान डीएम भी रेलवे गुमटी के पास बने म्यूजियम का निरीक्षण करने पहुंचे थे। डीएम को देखते ही सैकड़ों की संख्या में महिलाओं और पुरुषों ने उन्हें म्यूजियम के गेट पर ही घेर लिया और करीब एक घंटे तक रोके रखा। पूरी खबर पढ़िए