सीरिया में विद्रोही लड़ाकों ने राष्ट्रपति बशर अल असद के पिता और पूर्व राष्ट्रपति हाफिज अल-असद की कब्र जला दी है। ये कब्र सीरिया के उत्तर-पश्चिमी इलाके लटाकिया के करदाहा में थी। करदाहा असद परिवार का पैतृक गांव है। बशर के पिता हाफिज 1971 से 2000 तक सीरिया के राष्ट्रपति थे। हाफिज ने 1982 में हमा में हजारों लोगों का नरंसहार किया था। 29 साल तक सीरिया का राष्ट्रपति रहने के बाद 2000 में हाफिज की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। हाफिज की मौत के बाद उनके छोटे बेटे बशर को देश का नया राष्ट्रपति बनाया गया था। सीरिया में 8 दिसंबर को विद्रोही लड़ाकों ने राजधानी दमिश्क पर कब्जा कर लिया था। इसके चलते राष्ट्रपति बशर ने देश छोड़कर रूस में शरण ले ली थी। बशर के देश छोड़ने के साथ ही सीरिया पर 54 साल से चला आ रहा असद परिवार का राज खत्म हो गया था। अंतरिम प्रधानमंत्री बोले- सभी लोगों को धार्मिक अधिकारों की गारंटी अंतरिम प्रधानमंत्री बशीर ने इटली के एक अखबार को दिए इंटरव्यू में कहा कि देश में सभी लोगों को धार्मिक अधिकारों की गारंटी दी जाएगी। बशीर ने विदेशों में रह रहे सीरियाई नागरिकों से वापस देश लौटने की अपील भी की है। बशीर ने कहा कि सीरिया अब एक आजाद मुल्क है जिसने अपनी प्रतिष्ठा और गौरव वापस हासिल कर ली है। नागिरक देश लौट आएं। बशर अल-असद ने देश छोड़ने के बाद विद्रोहियों को शांतिपूर्वक सत्ता सौंपने का ऐलान किया था। विद्रोही गुट हयात तहरीर अल-शाम (HTS) ने सत्ता पर काबिज होने के बाद मोहम्मद अल-बशीर को सीरिया का अंतरिम प्रधानमंत्री बनाया है। बशीर इससे पहले सीरियाई प्रांत इदलिब के गर्वनर थे। इजराइल ने सीरिया में 350 जगहों पर हमले किए इजराइल ने सीरिया में अब तक 350 से ज्यादा ठिकानों पर हमले किए हैं। अलजजीरा के मुताबिक इजराइली सेना ने कहा कि ये हमले सीरिया के हथियारों को विद्रोगी गुटों के हाथों में जाने से रोकने के लिए किया है। सेना का अनुमान है कि सीरिया में 70% से 80% हथियार नष्ट हो चुके हैं। इस ऑपरेशन का नाम ‘बाशान एरो’ रखा गया है। इजराइली सेना ने कहा कि सोमवार रात उन्होंने सीरिया के नौसेना के बेड़े पर हमला किया और अल-बायदा-लताकिया पोर्ट पर हमला कर 15 जहाजों को बर्बाद कर दिया। —————————— सीरिया में विद्रोह और सत्ता परिवर्तन से जुड़ी ये खबर भी पढ़़ें… बगदादी के लेफ्टिनेंट जुलानी ने सीरिया में कैसे किया तख्तापलट:डॉक्टरी की पढ़ाई छोड़कर जिहादी बना, अल कायदा को धोखा देकर असद की हुकूमत खत्म की तारीख 8 दिसंबर, भारत में रात के करीब 12 बजे थे। तभी खबर आई कि सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद अपना देश छोड़कर पूरे परिवार के साथ रूस भाग चुके हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें…