AI इंजीनियर अतुल सुभाष सुसाइड केस में हर दिन नई बात सामने आ रही है। अतुल की पत्नी निकिता सिंघानिया, उनकी सास और साला इस वक्त पुलिस गिरफ्त में हैं। वहीं, अतुल का परिवार अब अपने पोते को लेकर चिंतित है। पूरा परिवार उसको खोज रहा है। अतुल का बेटा व्योम 4 साल का होने वाला है। 20 फरवरी को उसका जन्मदिन है। अतुल ने बेटे के लिए एक खास गिफ्ट तैयार करके रखा था। अब भास्कर की ग्राउंड रिपोर्ट में पढ़िए मेट्रोमोनियल साइट पर हुई अतुल-निकिता की मुलाकात का कैसे हुआ अंत। भास्कर से परिवार वालों ने बताया, ‘अतुल की इच्छा थी कि गिफ्ट उसके बेटे को 18वें बर्थडे पर मिले। उसने गिफ्ट के ऊपर एक मैसेज भी लिखा है- ‘मेरे प्यारे बेटे व्योम मोदी को यह गिफ्ट 20 फरवरी 2038 को उसके 18वें जन्मदिन पर देना। तब तक यह गिफ्ट मेरे भाई विकास के पास रहेगा।’ यह गिफ्ट अतुल के भाई विकास ने पूरी पैकिंग और मैसेज के साथ संभाल के रखा है, ताकि वह अपने भतीजे को समय आने पर दे सके। पोते के लिए लगता है डर अतुल के पिता पवन मोदी ने कहा- ‘मैं अपने भारत के न्याय प्रणाली पर कोई सवाल नहीं उठा रहा हूं। हमारी न्याय प्रणाली बहुत अच्छी है, लेकिन उसका दुरुपयोग भी हो रहा है। मैं तो उस पोते का दादा हूं, जिसका पता अभी तक नहीं चल पाया है। जिसका चेहरा मैंने आज तक कभी सामने से नहीं देखा। मुझे डर है कि अगर वह आपराधिक किस्म के लोगों के साथ रहेगा तो कहीं वह भी अपराधी ना कहलाए।’ अतुल की मां अंजू मोदी ने कहा- मैं हर चीज को सह लेती थी, लेकिन अब मेरी बस यही इच्छा है कि मैं अपने पोते को अपने सामने देखूं। व्योम को याद करते हुए उसकी दादी की आंख भर आती है। अंजू रोते हुए कहती हैं- ‘मेरा पोता, मेरा दूसरा अतुल सुभाष होगा। मैं अपने पोते के सहारे जी लूंगी। मेरे पोते को कोई दिलवा दो।’ अभी तक व्योम का कोई पता नहीं चल पाया है। वह कहां है, किसके साथ है। पुलिस भी उसकी लगातार छानबीन कर रही है। मेरे बेटे ने सुसाइड नहीं किया, बल्कि शहीद हुआ पवन ने अपने जीवन के संघर्ष की कहानी बताते हुए कहा- ‘मैं 250 रुपए की नौकरी करता था। उसी में बचत करके मैंने 5 हजार रुपए जमा किया और दुकान खोली। 17-18 घंटे मैं काम करता था। मैं और मेरी बीवी फुटपाथ से खरीदा कपड़ा पहने थे। इस पर हमारे सभी रिश्तेदार भी हंसते थे, लेकिन मैंने कभी इस पर ध्यान नहीं दिया, क्योंकि मेरा लक्ष्य अपने बेटों को पढ़ा-लिखाकर एक काबिल इंसान बनना था। अतुल एक होनहार इंजीनियर था। मेरे बेटे ने सुसाइड नहीं किया है बल्कि शहीद हुआ है।’ निकिता के साथ 4 महीने रही तो शुगर पेशेंट बन गई अतुल की मां अंजू मोदी ने बताया- ‘जब निकिता प्रेग्नेंट थी, तब मैं 4 महीना उसके पास रही थी। निकिता की हरकतों को देखकर मुझे काफी घुटन होती। निकिता 4 दिन तक नहाती नहीं थी। वह 9 बजे रात में ब्रश करती थी। नॉन वेज खाकर हड्डी कहीं भी फेंक देती थी। मुझे यह सब देखकर उल्टी आती थी। वह काफी छोटे-छोटे कपड़े पहनती थी। मैं वहां जाकर डायबिटीज की मरीज बन गई।’ कोरोना का बहाना कर जौनपुर ले गई, तब से नहीं लौटी उन्होंने बताया- निकिता को कोरोना हो गया था। उसने देखभाल के बहाने से अपनी मां को बेंगलुरु बुलाया। फिर बाद में उसकी मां ने यह कहकर निकिता और व्योम को अपने साथ ले गई कि जौनपुर में कोविड कम है। वहां जाने के बाद अतुल अपने बेटे से वीडियो कॉल पर बात करता था। बाद में उन्होंने वीडियो कॉल भी बंद कर दिया। उनका कहना था कि जब अतुल ने उन्हें पैसे देने की बात नहीं मानी तो वह अतुल की शर्त क्यों माने? अतुल के पैसे नहीं देने का उसकी सास निशा के मन में गुस्सा भरा था। निशा मेरी पत्नी को धमकी देती थी कि वह हम दोनों को चक्की पिसवाएगी, सुसाइड करने पर मजबूर कर देगी। ससुराल में बस एक दिन रही निकिता अतुल के पिता पवन मोदी ने बताया- ‘हम मारवाड़ी समाज से आते हैं। हमारे समाज में लड़कियां कम मिलती हैं। इसलिए हमने अपने बेटे को अपनी ही जाति में लड़की देखने को कहा था। अतुल ने मैट्रिमोनियल साइट पर अपना प्रोफाइल बनाया और फिर उसे निकिता मिली। दोनों ने एक-दूसरे को पसंद किया और एक महीने के अंदर 25 जनवरी को इंगेजमेंट हो गई। फिर 26 अप्रैल को शादी हुई। निकिता बस एक दिन 27 अप्रैल को ही अपने ससुराल रही और उसके बाद कभी नहीं आई।’ कोविड में 30 में से 21 दिन बाहर से खाना करती थी ऑर्डर अतुल के छोटे भाई विकास ने बताया, ‘मेरे भाई से आज तक पापा ने कोई घर का काम नहीं करवाया था। अतुल पढ़ने में काफी तेज थे और दिनभर किताबों में ही रहते थे, लेकिन निकिता ने कोविड के दौरान अतुल से घर के सारे काम करवाए। यहां तक कि अतुल से बर्तन भी मंजवाए।’ कोरोना के दौरान जब पूरी दुनिया लॉकडाउन में थी और घर से बाहर नहीं निकलती थी, तब निकिता ने 30 दिन में 21 दिन बाहर से खाना ऑर्डर करवाए थे। जिद कर हनीमून पर मॉरीशस गई थी विकास ने बताया, ‘शादी के बाद निकिता ने अतुल से मॉरीशस में हनीमून की डिमांड की थी। दोनों करीब 10 दिन वहां वेकेशन पर रहे। जिस दिन उन्हें वापस इंडिया आना था, उस दिन अतुल का बैग कैब वाले की लापरवाही की वजह से किसी दूसरे से एक्सचेंज हो गया था। उस बैग में अतुल का पासपोर्ट, वीजा सहित कई जरूरी डाक्यूमेंट्स थे। इस बात पर निकिता बिल्कुल परेशान नहीं थी, बल्कि वह अतुल पर हंस रही थी। अतुल को इस बात का डर था कि बिना पासपोर्ट के वह अपने देश कैसे जाएंगे। कहीं उन्हें अरेस्ट न कर लिया जाए, या आतंकवादी घोषित न कर दिया जाए। सास ने अतुल की सैलरी स्लिप मंगवाकर देखा विकास ने बताया, ‘अतुल की सास ने शादी से पहले अतुल की सैलरी स्लिप मंगवाकर देखी थी। यहीं से उन्होंने ये देख लिया कि कैसे मेरे भाई को फाइनेंशियली लुटा जा सकता है और एक ATM मशीन की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है। उसके बाद अतुल को जल्दी शादी करने के लिए यह कहकर दबाव बनाया गया कि निकिता के पिता की तबीयत ठीक नहीं रहती है। अतुल और निकिता ने जनवरी में दोनों फैमिली को दिल्ली में मिलवाया और तीन महीने बाद ही दोनों की बनारस में अप्रैल में शादी हुई। इस कारण उनके फैमिली के बारे ने जानने और समझने का ज्यादा मौका नहीं मिला। अतुल ने निकिता का 8 लाख का एजुकेशन लोन चुकाया विकास ने आगे बताया, ‘शादी के तुरंत बाद निकिता और उसके फैमिली की डिमांड शुरू हो गई थी। हर छोटी से छोटी चीज के लिए अतुल से पैसे मांगे जा रहे थे। निकिता ने 8 लाख का एजुकेशन लोन भी ले रखा था और इसके बारे में उसने अतुल और उसके पूरे परिवार को नहीं बताया था। अतुल के सवाल करने पर निकिता की मां ने कहा, ‘अब आप निकिता के पति हो, तो ये लोन भी अब आप ही चुकाओगे।’ अतुल ने यह लोन भी चुकाया। ट्रेन छूटने का बहाना कर फ्लाइट का टिकट लेती थी पिता पवन मोदी ने बताया, ‘शादी से पहले ही निकिता अतुल से डिमांड करती थी। वह अपने ट्रेन छूटने का बहाना बना कर अतुल से फ्लाइट का टिकट बनवाती थी। ऐसा निकिता ने कम से कम 6-7 बार किया। शादी के बाद उसकी मां ने 2021 में मेरे बेटे से 3 लाख और फिर 9 लाख रुपए लिए। बाद में उसने घर लेने के लिए 50 लाख रुपए मांगे, लेकिन फिर मेरे बेटे ने उसे देने से इनकार कर दिया।’