प्रशांत किशोर किसी भी पार्टी या नेता को केवल सलाह देने के लिए 100 करोड़ रुपए से भी ज्यादा फीस लेते थे। ये बयान उन्होंने 31 अक्टूबर को गया की बेलागंज विधानसभा में अपने कैंडिडेट के प्रचार के दौरान दिया। प्रशांत ने आगे कहा कि ‘दस राज्यों में मेरी बनाई सरकार चल रही है। लोग अक्सर पूछते हैं कि मैं अपने अभियान के लिए पैसे कहां से लाता हूं। मेरी बनाई सरकारें आज देश के 10 राज्यों में शासन कर रही है। तो हमको क्या अपने अभियान के लिए टेंट और तंबू लगाने के लिए पैसा नहीं मिलेगा? आप लोगों ने मुझे इतना कमजोर समझ रखा है क्या?’ 13 नवंबर को 4 सीटों पर उपचुनाव, प्रशांत ने भी कैंडिडेट्स उतारे
दरअसल, 13 नवंबर को बिहार की चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है। पहली बार प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी ने भी सभी सीटों पर अपने कैंडिडेट उतारे हैं। बेलागंज से मोहम्मद अमजद, इमामगंज से जितेंद्र पासवान, रामगढ़ से सुशील कुमार सिंह कुशवाहा और तरारी से किरण सिंह पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है। उपचुनाव के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे। 2 अक्टूबर 2024 को बनाई पार्टी
2 साल तक बिहार में पदयात्रा करने के बाद प्रशांत किशोर ने 2 अक्टूबर को जन सुराज पार्टी की नींव रखी। पटना में प्रशांत किशोर ने जन सुराज को आधिकारिक तौर पर लॉन्च किया। एससी समुदाय से आने वाले मनोज भारती को जन सुराज का पहला कार्यवाहक अध्यक्ष बनाया गया है। नीतीश कुमार के खास रह चुके हैं पीके प्रशांत किशोर एक वक्त सीएम नीतीश के काफी भरोसेमंद माने जाते थे। पीके ने उनके लिए कैंपेन भी किया था। 2018 में नीतीश कुमार ने प्रशांत किशोर को पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी बनाया था। ————————————————————————— ये खबर भी पढ़ें: विधानसभा से पहले 4 सीटों पर उपचुनाव लड़ेगी जन सुराज:मनोज भारती बने पहले अध्यक्ष, PK ने कहा- विधायक-सांसद बनकर भी काम नहीं किया तो हटाएंगे बिहार की राजनीति में प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी की एंट्री हो चुकी है। बुधवार को पटना के वेटरनरी ग्राउंड में प्रशांत किशोर ने जन सुराज को आधिकारिक तौर पर लॉन्च कर दिया। एससी समुदाय से आने वाले मनोज भारती को जन सुराज का पहला कार्यवाहक अध्यक्ष बनाया गया है। पीके ने उनके नाम की घोषणा करते हुए कहा, ‘भारती को इसलिए अध्यक्ष नहीं चुना गया कि वे दलित समुदाय से हैं, बल्कि इसलिए चुना गया है कि वे काबिल हैं और दलित समुदाय से भी आते हैं। क्लिक कर पढ़ें पूरी खबर