भास्कर न्यूज| गया साइबर फ्रॉड के केस आज ज्यादा बढ़ रहे हैं। इसका कारण जागरूकता की कमी हैं। अगर जागरूक होंगे। लोभ में नहीं पड़ेंगे तो फ्रॉड की संभावना बिल्कुल भी नहीं होगी। अनजाने कॉल व भेजे गए लिंक को टच न करें। कॉलर ट्यून के माध्यम के भी फ्रॉड के प्रति सचेत किया जा रहा हैं। ये बातें रविवार को शहर के पुरानी गोदाम स्थित सेन्ट्रल बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स कार्यालय में साइबर फ्रॉड से बचने के लिए जागरूकता कैंप के उद्घाटन के बाद साइबर क्राइम की पुलिस उपाधीक्षक साक्षी राय ने कहीं। उन्होंने बताया कि कभी भी अनजाने नंबर से आए एपीके फाइल को न खोले और न ही भेजे गए लिंक को टच करे। पब्लिक प्लेस के वाई-फाई या चार्जिंग प्वांइट को भी सावधानी से उपयोग करें। सावधानी और सतर्कता ही बचाव का साधन हैं। इसके अलावे उन्होंने व्यापारियों को एटीएम के प्रयोग करते समय सावधानी बरतने व किसी अनजान व्यक्ति से सहायता लेने के प्रति भी सावधान किया। उन्होंने बताया कि साइबर क्राइम से बचने के लिए सजग रहे। किसी से डरे नहीं। लालच में न पड़ें और किसी के झांसे में नहीं आए। कोई भी बैंक पदाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी, बिजली विभाग के अधिकारी या किसी प्रकार के लॉटरी, इनाम या नौकरी आदि का झांसा देकर आपसे डिटेल मांगे तो न दें। डीएसपी ने बताया कि डिजिटल अरेस्ट का कोई कॉन्सेप्ट नहीं है। यदि कोई आपको इस प्रकार का कॉल करता है तो डरें नहीं पुलिस की सहायता ले। यदि कोई भी अनजान नंबर से कॉल या वीडियो कॉल से आपको किसी संबंधी के बीमार होने, अरेस्ट होने, ड्रग केस में फंसे होने या एक्सीडेंट होने के नाम पर बात करें तो पहले अपने परिवार या संबंधी या उनके किसी मित्र से बात कर लें, पुलिस की सहायता भी ले सकते हैं। साइबर जागरूकता को लेकर चैंबर कार्यालय में हुई बैठक की शुरुआत राष्ट्रगान से की गई। इसके बाद आगत अतिथियों का स्वागत पूर्व अध्यक्ष शिवकैलाश डालमिया उर्फ मुन्ना डालमिया, देवेंद्र जैन, उषा डालमिया, प्रेम नारायण पटवा ने पुष्प गुच्छ एवं मोमेंटो देकर किया। स्वागत भाषण डॉ. काशलेंद्र प्रताप ने दिया। मौके पर अध्यक्ष विपेंद्र अग्रवाल, आलोक नंदन, सुनील कुमार, प्रमोद भदानी, राजेश झुनझुनवाला, विजय भदानी, नीरज गुप्ता, सुरेश अग्रवाल, सुनील पोद्दार आदि मौज्ूद थे।