भास्कर न्यूज|गुमला डालसा द्वारा जिले के सभी अनुसंधानकर्ता पुलिस पदाधिकारियों को ट्रेनिंग दिया गया। ट्रेनिंग प्रोग्राम का उद्घाटन पीडीजे ध्रुव चंद्र मिश्र एवं अन्य न्यायिक पदाधिकारियों के द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस कार्यक्रम में जिला जज ने सभी अनुसंधान पदाधिकारी को साक्ष्य संग्रह करते समय सावधानी बरतने एव कानून के संबंध में जानकारी दी तथा सभी अनुसंधान कर्ताओं से कहा की किसी भी अपराध का अनुसंधान सही तरीके से किया जाए। ताकि वास्तविक अपराधी को सजा मिल सके। उन्होंने अन्य विषयों में विस्तृत रूप से जानकारी दी। कुटुंब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश ओम प्रकाश एवं एडीजे वन प्रेम शंकर द्वारा पोक्सो एवं महिलाओं से संबंधित अपराध के विषय में जानकारी दी गई। एडीजे थ्री भूपेश कुमार द्वारा मोटर वाहन दुर्घटना, एनडीपीएस के विषय में विशेष रूप से जानकारी दी गई। इसके पश्चात अवर न्यायाधीश सह सचिव डालसा राम कुमार लाल गुप्ता ने अपराध के पीड़ितों का जो विभिन्न कानून में मुआवजा का प्रावधान है। उसके बारे में विस्तृत रूप से बताया गया। साथ ही साथ उन्होंने ऐसे मोटर वाहन दुर्घटना, जिसमें दुर्घटना कार्य करने वाली वहन की पहचान नहीं हो पाती है। उसमें अनुसंधान कर्ता द्वारा क्या प्रक्रिया अपनाई जानी है। इसके विषय में विस्तृत जानकारी दी। उक्त कार्यशाला में न्यायिक पदाधिकारी के अलावा डीएसपी बीरेंद्र टोप्पो एवं अनुसंधान कर्ता पुलिस पदाधिकारी उपस्थित थे।