बेगूसराय में बुधवार रात अबॉर्शन के दौरान एक महिला सोनी देवी (25) की मौत होते ही झोलाछाप डॉक्टर, डॉ. अशोक शव लेकर फरार हो गया। 6 घंटे बाद शव बरामद हुआ। डॉ. अशोक जबरदस्ती बेगूसराय चला गया और वहां एक अस्पताल में उसे भर्ती कराकर फरार हो गया। घटना बखरी थाना क्षेत्र के मुख्य बाजार वार्ड नंबर-21 स्थित मजार गली के एक निजी क्लिनिक की है। मृतक महिला छोटी मौजी निवासी रामविनय साह की पत्नी सोनी देवी है। पुलिस को सूचना मिली कि डॉक्टर, लाश के साथ फरार है। परिजनों की मदद से शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। वहीं घटना से आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा मचाया। दरअसल, सोनी देवी को बुधवार सुबह 11 बजे अबॉर्शन के लिए मजार गली स्थित डाॅ. अशोक तांती के क्लिनिक में भर्ती कराया गया था। गर्भपात की दवा खाने से बिगड़ी थी तबीयत मृतका के पति रामविनय साह ने कहा कि सोनी डेढ़ महीने की गर्भवती थी। सोनी को जब गर्भवती होने का पता चला तो उसने 15 दिन पहले गर्भपात की दवा खा ली। इसके बाद ब्लडिंग हुआ तो लगा कि सब कुछ ठीक हो गया, लेकिन फिर भी ब्लडिंग हो ही रहा था। रामविनय ने गांव में ही घूम-घूम कर इलाज करने वाले नीतीश कुमार से संपर्क किया तो उसने बखरी में इलाज कराने की सलाह दी। बुधवार को परिजन सोनी को लेकर बखरी आएं, जहां अल्ट्रासाउंड कराया गया। अल्ट्रासाउंड में पता चला कि अंदर कुछ गंदगी है, जिसे डॉक्टर से साफ करा देना बेहतर समझा। नीतीश की सलाह पर सोनी का इलाज मजार गली में स्थित डॉक्टर अशोक तांती के क्लिनिक में कराया गया। डॉक्टर अशोक ने अबॉर्शन करने के बदले बेहोश कर ऑपरेशन कर दिया। डॉक्टर का कहना था कि बच्चेदानी के पास मांस बढ़ा हुआ था। उसे हटा दिए हैं, सब कुछ ठीक हो जाएगा। डॉक्टर ने सोनी को ऑपरेशन कर बाहर निकाल दिया। थोड़ी देर बाद सोनी ने दर्द होने की बात कही। पति ने साथ में मौजूद नीतीश कुमार को इसकी जानकारी दी। नीतीश ने सोनी को इंजेक्शन दे दिया। सूई देते ही सोनी को लगातार हिचकी आने लगी। परिजन काफी घबरा गए। ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर अशोक को बुलाया गया तो उसने लगातार चार-पांच इंजेक्शन दे दिया। सूई देते ही सोनी की तबीयत काफी बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई। बेहतर इलाज की बात कह ले गया था शव मृतका की बहन रानी ने बताया कि सोनी डेढ़ माह की गर्भवती थी। सोनी की मौत के बाद परिजन जब हंगामा करने लगे तो स्थिति को बिगाड़ता देखकर डाॅक्टर अशोक, सोनी के शव को फोर व्हीलर पर रखकर ले जाने लगा। परिजनों ने पूछा तो डाॅक्टर ने कहा कि बेहतर इलाज के लिए बेगूसराय ले जा रहे हैं। परिजनों ने साथ जाने की बात कही, लेकिन तब तक डाॅक्टर गाड़ी पर सोनी को लेकर फरार हो गया।