भास्कर न्यूज। पूर्णिया जीएमसीएच (राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल) में अधिकारियों के नाक के नीचे अवैध क्लीनिक चल रहा है। दो साल पूर्व मर चुके डॉक्टर के नाम पर जीएमसीएच परिसर में अवैध रूप से प्राइवेट डेंटल क्लीनिक चलाया जा रहा है। सरकारी अस्पताल के सरकारी जमीन पर बिना रोक-टोक डेंटल क्लीनिक का चलना सिस्टम पर सवाल खड़े कर रहा है। दैनिक भास्कर ने इस अवैध डेंटल क्लीनिक के मामले को सामने लाया था। खबर छपने के बाद कमिश्नर ने अपर स्वास्थ्य निदेशक को जांच के आदेश भी दिए। आरडीडी हेल्थ ने मामले की जांच की जिम्मेदारी सिविल सर्जन को सौंपी। सीएस डॉ. प्रमोद कुमार कन्नौजिया ने अपनी जांच में क्लीनिक को अवैध बता रिपोर्ट सौंप दी। मामले में जीएमसीएच के अधीक्षक डॉ. संजय कुमार ने इसे सीएस का अधिकार क्षेत्र बताते हुए कोई कार्रवाई करने से परहेज किया। सुपरिटेंडेंट ने क्लीनिक खाली कराने का जिम्मेदार सीएस को ठहराया तो वहीं सीएस ने अधीक्षक को इसके लिए जिम्मेवार बताया। उसके बाद क्लीनिक के संचालक ने क्लीनिक के बाहर लगे बोर्ड को हटा दिया। अब बिना बोर्ड के ही धड़ल्ले से क्लीनिक का संचालन किया जा रहा है। इधर, जीएमसीएच के प्रिंसिपल प्रो. (डॉ) गौरीकांत मिश्रा क्लीनिक को खाली कराने को लेकर डीएम को पत्र लिखा है। गौरतलब है कि दो साल पूर्व इसकी जांच हुई थी। जांच रिपोर्ट में इसे अवैध बताया गया था। फिर कमिश्नर के आदेश पर सीएस ने चार महीने पहले इसकी जांच कर क्लीनिक को अवैध बताया। सीएस डॉ. प्रदीप कुमार कन्नौजिया ने 24 अगस्त को जांच रिपोर्ट भी कमिश्नर को सौंप दी है।