गया में गृह मंत्री अमित शाह के डॉ. भीमराव अंबेडकर पर कथित बयान ने सियासी माहौल गरमा दिया है। बुधवार की शाम गया में राजद कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार और भाजपा के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा के सामने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का पुतला फूंका गया। कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए शाह के बयान को संविधान और अंबेडकर का अपमान बताया। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे युवा राजद जिलाध्यक्ष प्रभात कुमार रंजन ने शाह और भाजपा पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता दोहरे चरित्र के हैं। एक तरफ संविधान की बात करते हैं, दूसरी तरफ संविधान निर्माता बाबा साहेब पर आपत्ति जनक बयान देते हैं। शाह का यह कहना कि अंबेडकर का नाम लेने की जगह भगवान का नाम लिया होता, बेहद शर्मनाक और अपमानजनक है। यह केवल अंबेडकर पर नहीं, बल्कि संविधान पर हमला है। प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने संविधान बचाओ, भाजपा भगाओ जैसे नारे लगाए। उन्होंने केंद्र सरकार पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाया। मौके पर राजद नेता चांद अंसारी समेत अन्य नेता मौजूद रहे। शाह से माफी की मांग राजद ने गृह मंत्री से बिना शर्त माफी की मांग की है। पार्टी ने कहा कि भाजपा और आरएसएस को अंबेडकर का अपमान करने का कोई हक नहीं है। यह मुद्दा बिहार की सियासत में बड़ा तूफान खड़ा कर सकता है। इस मौके बड़ी संख्या में राजद के युवा कार्यकर्ता मौजूद थे।