लखीसराय के केआरके मैदान में एक दिवसीय विराट कुश्ती दंगल प्रतियोगिता आयोजित हुई। इसमें बिहार, नेपाल, राजस्थान, दिल्ली, कानपुर, और वाराणसी के नामचीन पहलवानों ने अपने दांव-पेंच से दर्शकों का दिल जीत लिया। प्रतियोगिता में बेटियों की शानदार भागीदारी ने आयोजन को और भी खास बना दिया। राजस्थान की सरिता और पटना की मधु के बीच हुए रोमांचक मुकाबले में मधु कुमारी ने सरिता को चित कर शानदार जीत हासिल की। पुरुष वर्ग में फाइनल मुकाबला बिहार के चैंपियन चंद्रभान पहलवान और आगरा के गोपाल पहलवान के बीच हुआ। कड़े संघर्ष और दमदार प्रदर्शन के बाद चंद्रभान ने यह मुकाबला जीतकर खिताब अपने नाम किया। प्रतियोगिता का उद्घाटन लखीसराय के एसपी अजय कुमार और आयोजनकर्ता चंद्रभान पहलवान ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया। इस अवसर पर चंद्रभान पहलवान ने कहा कि विलुप्त हो रही कुश्ती कला को बढ़ावा देने और पहलवानों का मनोबल बढ़ाने के उद्देश्य से इस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। उन्होंने बताया कि विजेताओं को 1-1 लाख रुपए नकद और दो जोड़ी भैंस पुरस्कार स्वरूप दिए गए। राजस्थान-नपाल से खिलाड़ी ने लिया भाग प्रतियोगिता में भाग लेने वाले अन्य पहलवानों में कानपुर के संदीप, लखीसराय के गोल्ड मेडलिस्ट सुधीर यादव, राजस्थान के कल्लू और दीपक, नेपाल के बादल थापा, जमुई के संतोष, और बनारस के रौशन प्रमुख रहे। लखीसराय की पुतुल पहलवान और दिल्ली के रितेश पहलवान ने भी अपनी उपस्थिति से प्रतियोगिता को रोचक बना दिया। गोल्ड मेडलिस्ट सुधीर यादव ने कहा कि हाल ही में हरियाणा में आयोजित राष्ट्रीय प्रतियोगिता में उन्होंने स्वर्ण पदक जीता, लेकिन बिहार में पहलवानों के लिए सरकारी सुविधाओं का अभाव है। उन्होंने बताया कि संसाधनों की कमी के कारण पहलवानों को अपनी तैयारी में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। पटना से आई मधु ने बताया कि वे पिछले दो साल से कुश्ती का अभ्यास कर रही हैं और विभिन्न राज्यों में आयोजित दंगल प्रतियोगिताओं में भाग लेती रहती हैं। उन्होंने सरकार से अपील की कि बेटियों के लिए भी इस खेल को बढ़ावा देने की दिशा में विशेष कदम उठाए जाएं।