किशनगंज में गुलाम रसूल बलियावी के दिए गए बयान को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई हैं। विभिन्न पार्टियां लगातार बड़े बयान दिए जा रही है। इसी क्रम में AIMIM के सीमांचल प्रभारी गुलाम हसनैन ने अपने बयान में गुलाम रसूल बलियावी को जदयू का गुलाम बताया है, जिसको जदयू के अल्पसंख्यक जिला अध्यक्ष ने समर्थन दिया है। मिली जानकारी के अनुसार बीते दिनों में किशनगंज में जदयू के एक बड़े सम्मेलन के दौरान जदयू नेता गुलाम रसूल बलियावी ने अपने भाषण को संबोधित करते हुए कहा कि अगर मुसलमान जदयू को वोट नहीं देते है तो गद्दार होंगे। इसपर Aimim पार्टी के सीमांचल प्रभारी गुलाम हसनैन ने जमकर तंज कसा है। तंज कसते हुए गुलाम हसनैन ने कहा कि “गुलाम रसूल बलियावी साहब गुलाम ए रसूल है, लगता है गुलाम ए नीतीश है। आप अपने अंदर झंझोड़ कर देखिए, जिस दिन हमारे नबी के गुस्ताख में कुछ लोग अनगढ़ बात बोले तब आपकी सरकार कहा थी। NRC में कहा थे, तीन तलाक में कहा थी। जब हमारे नबी के बारे में बोला गया था तो उस दिन आप गद्दार थे। इसलिए आप हम मुसलमानों का फैसला न ले। आप अपने निजी कुर्सी के लिए ये भ्रम न फैलाए। बयान को तोड़ मरोड़ कर किया गया पेश इस बयान पर जदयू के अल्पसंख्यक जिला अध्यक्ष आमीर मिन्हाज ने कहा कि गुलाम रसूल बलियावी के बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया जा रहा है। उनके बोलने का अर्थ यह था कि जिस तरीके से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अल्पसंख्यक के लिए काम किया है, उसके अपेक्षा अनुसार जदयू को मुसलमानों का वोट नहीं मिल रहा है। अगर आपके बारे में कोई सोच रहा है और आप उनके बारे के नहीं सोच रहे है तो आप नाइंसाफी कर रहे है, उनके बोलने का मकसद ये था।