20 फीट लंबाई, 5 फीट चौड़ी अंधेरी गली… 5वीं क्लास में पढ़ने वाली सोमवार देर शाम बच्ची आटा लेकर घर जा रही होती है। तभी पड़ोस के रहने वाले अंकल (आरोपी नारायण साह) आवाज देकर बुलाते हैं। बच्ची घर जाती है और मां से कहती है कि नारायण अंकल बुला रहे हैं, अभी थोड़ी देर में आती हूं। जब बच्ची देर रात तक घर नहीं लौटती, तो परिजन नारायण साह के घर पहुंचते हैं, वो कहता है कि बच्ची चली गई, मेरे घर पर नहीं है। बाद में पता चलता है कि आरोपी ने बच्ची के साथ रेप कर उसकी हत्या कर दी है। मामले ने तूल पकड़ लिया है। मंगलवार सुबह मृत बच्ची के परिजन लाश लेकर सड़क पर पहुंचे और विरोध प्रदर्शन की। एक प्रदर्शनकारी वे आरोपी को गोली मारकर मौत के घाट उतारने की मांग की। साथ ही पीड़ित परिवार के लिए 50 लाख रुपए की राहत राशि की मांगी की। दैनिक भास्कर की टीम ने ग्राउंड पर जाकर आरोपी के मोहल्ले के करीब 20 परिवारों से बात की। आरोपी के बारे में जो बातें सामने आई, वो चौंकाने वाली हैं। महिलाएं बोलीं- नजर गंदी थी, लड़कियों को घूरता था आरोपी नगर थाना क्षेत्र के वार्ड 33 का रहने वाला है। पड़ोस में रहने वाली महिलाओं ने कहा कि 42 साल का नारायण साह हवसी नेचर का था। वो गली से गुजरने वाली महिलाओं और लड़कियों पर गंदी नजर रखता था। पता चला कि आरोपी ने दो शादियां की थी। उसकी पहली पत्नी की किसी बीमारी से करीब 10 साल पहले मौत हो गई थी। शादी कुछ महीनों के बाद ही उसने दूसरी शादी की थी। दोनों महिलाओं से कोई बच्चा नहीं है। महिलाओं ने बताया कि महिलाओं के प्रति आरोपी का स्वभाव इतना बुरा था कि उसकी पत्नी भी उससे हमेशा दूर रहती थी। वो उसकी साली ही थी। लेकिन शायद उसके रवैये के वजह से वो इसी साल छठ में अपने देवर के साथ भाग गई थी। वो पहले भी 4 से 5 बार घर छोड़कर भाग गई थी। किसी भी तरह उसे मना कर घर लेकर आता था। उसकी दूसरी पत्नी ने उसके रवैये का कारण उसके खिलाफ केस भी दर्ज कराया था। झाड़ू लगा रही लड़कियों के एक टक देखता रहता था आरोपी: नीतू देवी आरोपी नारायण साह के घर के पास रहने वाली नीतू देवी ने कहा कि वो एकदम गिरा हुआ इंसान था। गली से लड़की या महिलाएं आती–जाती थी या घर के बाहर झाड़ू लगा रही होती थीं, तो वो उन्हें खड़ा होकर देखने लगता था। नारायण शाह का पूरा खानदान बुरे कामों में शामिल रहा है। एक भाई शराब बेचने के मामले में चार से पांच बार जेल भी जा चुका है। एक भाई के दामाद ने गली के एक युवक को चाकू मार दी थी। पत्नी के साथ भी जबरन अनैतिक शारीरिक संबंध बनाता था आरोपी नीतू देवी ने बताया कि आरोपी की दूसरी पत्नी एक दिन अपने घर के दरवाजे के पास बैठकर बोल रही थी कि उसका पति शराब पीकर आता था और उसके साथ जबरन अनैतिक शारीरिक संबंध बनाता था। दूसरी पत्नी ने कहा कि मैं इसके साथ नहीं रहना चाहती। इसकी पत्नी बताती थी कि मुझसे शादी होने के बाद भी उसने किसी और औरत को रखा है। सुनीता देवी बोली- बच्चियों को छत पर चढ़ता देख नंगा हो जाता था आरोपी सुनीता देवी बताती हैं कि नारायण साह बिल्कुल घटिया इंसान था। जब पड़ोस की महिलाएं या बच्चियां छत पर चढ़ती थीं, तब हम लोगों को देखकर आरोपी नंगा हो जाता था। जब हम लोग इसका विरोध करते थे, तब वह कहता था कि हम अपने छत पर कुछ भी करें, इससे लोगों को क्या मतलब है? नारायण साह पागल नहीं था, उसकी चाल–चलन ही हवसी जैसा था। मोहल्ले में शराब बेचने का भी काम करता था। वहीं रेखा देवी बताती हैं कि हम लोग इस मोहल्ले में काफी दिनों से रहते हैं। इसका चरित्र देखकर घर से बाहर बिना काम के नहीं निकलते थे। घर का सारा काम अकेली करती थी, छोटे भाई-बहनों को भी देखती थी: मृतका के दादा मृतका के दादा के बताते हैं कि मेरी बच्ची पूरा घर का अकेली काम करती थी। उसके पिता गाड़ी चलाने चले जाते थे और मां खेत में सोहनी या फिर मजदूरी करने चली जाती थी। एक बड़ी बहन पटना जिले के एक गांव में अपनी नानी यहां कई सालों से रहती है। मां के चले जाने बाद घर में खाना बनाती थी, छोटे-भाई बहनों की देख-रेख करती थी। इसके बाद सारा काम निपटाने के बाद गांव के आंगनवाड़ी में पढ़ने जाती थी। वो कहती थी कि दादा मुझे मैट्रिक तक पढ़ना है और सरकारी नौकरी करना है। ताकि अपने परिवार की जिम्मेदारी वो खुद संभाल सके। लेकिन इस दरिंदा ने मेरे घर की लक्ष्मी को मार दिया है। आरोपी को फांसी की सजा मिले और परिवार को उचित मुआवजा सरकार दे। प्रदर्शनकारी बोले- आरोपी को सरेआम गोली मारे पुलिस बच्ची के साथ रेप और हत्या के बाद भड़के मोहल्ले के लोगों ने सोमवार देर रात को ही आरोपी के घर पर पथराव किया था। उसकी जमकर पिटाई भी की थी, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को जख्मी हालत में कस्टडी में लेकर इलाज के लिए अस्पताल में एडमिट कराया। मंगलवार सुबह घटना को लेकर स्थानीय लोग सड़क पर उतर गए। आरोपी को सरेआम गोली मारने और परिजन को 50 लाख रुपए और उसके आश्रित को एक सरकारी नौकरी देने की मांग को लेकर आरा-पटना मुख्य मार्ग धरहरा मोड़ के पास आगजनी कर सड़क जाम कर दिया। इस दौरान आक्रोशित लोगों ने बिहार सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारी श्याम बिहारी चौधरी ने कहा कि एक दलित बच्ची के साथ दरिंदगी हुई है। बिहार सरकार से यही मांग है कि स्पीडी ट्रायल चलाकर उसे सजा दिलाई जाए, या फिर सरेआम गोली मार दी जाए, नहीं तो उसे फांसी पर लटका दिया जाए। मृत बच्ची की लाश पर 10 से अधिक जगह जख्म के निशान भोजपुर सिविल सर्जन के निर्देशानुसार तीन सदस्यों की डॉक्टरों की टीम बोर्ड गठित कर बच्ची के शव का पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमार्टम के दौरान बच्ची का वजाइनल स्वाब भी लिया गया। तीन सदस्य डॉक्टर की टीम में डॉ.अशोक कुमार, डॉ. जैनेंद्र कुमार एवं महिला चिकित्सक डॉ. जूही कुमारी शामिल थी। पुलिस की ओर से बनाए गए मृत्यु समीक्षा रिपोर्ट में ये खुलासा हुआ है कि बच्ची के शरीर पर 10 से ज्यादा जख्म के निशान थे। बच्ची की गर्दन, मुंह, नाक, गाल पर जख्म के निशान मिले। इसके अलावा, आंख के नीचे, दोनों भौ के बीच ललाट पर सूजन और दोनों पैर पर खून के निशान पाए गए हैं। पुलिस ने भी रेप के बाद मुंह और गला दबाकर हत्या की आशंका जताई है।