गुमला सदर थाना क्षेत्र से 20 किमी दूर मुरकुंडा कुम्हारटोली गांव के सीताराम महतो की पत्नी चंद्रावती देवी (45 वर्ष) का अपराधियों ने अपहरण कर हत्या कर दी है। आज महिला का शव बोरा में बंद मिला है। शव मिलने के बाद सनसनी फैल गई। परिजनों ने बताया 12 दिसंबर को महिला जंगल में लकड़ी चुनने गयी थी। तब से लापता थी। जबकि जंगल में महिला के टूटी चूड़ी मिली है।वहीं पर जलावन की लकड़ी का बंडल भी जंगल से सटे खेत में पड़ा है। घटना की सूचना के बाद से गुमला पुलिस ने जंगल व आसपास के इलाकों में छापेमारी अभियान चलाया गया। बेटे ने दर्ज कराई प्राथमिकी इस संबंध में महिला चंद्रावती देवी के पुत्र सुनील माती ने गुमला थाना में लिखित आवेदन सौंप कर अपनी मां के अपहरण के संबंध में शनिवार को प्राथमिकी दर्ज कराई थी। घटना को लेकर पुष्टि करते हुए एसडीपीओ सुरेश प्रसाद यादव ने बताया कि महिला के गुमसुदगी का थाना में मामला दर्ज कराया गया है। जिसके बाद से लगातार पुलिस से छापेमारी कर रही थी। आज शव बरामद किया गया है। हत्या के पीछे के कारणों का पुलिस पता कर रही है। जल्द ही अपराधियों के गिरफ्तारी कर ली जाएगी। अंधविश्वास में हत्या की आशंका बेटे सुनील महतो ने बताया कि कुम्हारटोली गांव में 18 घर हैं। यहां सभी महतो परिवार से आते हैं। इसमें कुछ लोग उनके रिश्तेदार हैं। गांव के ही कुछ परिवार के लोग अक्सर उनकी मां को डायन कहते थे। कई बार तो मारने के लिए हमला करने घर में भी घुस चुके हैं। आशंका है कि अंधविश्वास में उसकी मां की हत्या कर दी गई है। शिकायत पर भी पुलिस ने नहीं की कार्रवाई सुनील ने बताया कि आठ माह पहले उसकी मां की हत्या के इरादे से गांव के कुछ लोग घर में घुस गये थे पर उस वक्त उसकी मां मेहमानी गई थी। जिस कारण का बच गई। उस समय गुमला थाना में लिखित आवेदन सौंप कर 8-10 लोगों को आरोपी बनाया गया था। पर अब तक उन लोगों पर कार्रवाई भी नहीं हुई। चंद्रावती देवी के पति सीताराम महतो गरीबी व घर की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण हिमाचल प्रदेश में मजदूरी करने गया है।