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छात्राओं की शर्ट उतरवाने का मामला, जांच टीम पहुंची स्कूल:मेन गेट पर एबीवीपी का प्रदर्शन, प्रिंसिपल पर कार्रवाई की मांग

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धनबाद के डिगवाडीह स्थित कार्मेल स्कूल में 10वीं की छात्राओं के शर्ट उतरवाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। सोमवार को घटना की जांच के लिए दो अलग-अलग टीमें स्कूल पहुंचीं। एसडीएम राजेश कुमार और जिला शिक्षा पदाधिकारी निशु कुमारी के नेतृत्व में पहली टीम ने जांच शुरू की। साथ ही, झारखंड लीगल सर्विसेज अथॉरिटी (झालसा) और बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) की टीम भी मौके पर पहुंचकर घटना की जांच में जुट गई है। बच्चों के पैरेंट्स भी स्कूल में मौजूद थे। इधर, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ता स्कूल के मुख्य द्वार पर धरना पर बैठ गए और जमकर नारेबाजी की। वे स्कूल का रजिस्ट्रेशन रद्द करने और प्रिंसिपल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। स्थिति इतनी तनावपूर्ण रही कि डालसा की टीम को स्कूल में प्रवेश के लिए पैदल जाना पड़ा। प्रिंसिपल के कमरे को सील कर दिया
झारखंड लीगल सर्विसेज अथॉरिटी (झालसा) ने स्वतः संज्ञान लेते हुए पूरे प्रकरण की जांच का निर्देश दिया है। धनबाद के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह डालसा के चेयरमैन वीरेंद्र कुमार तिवारी ने लीगल एंड डिफेंस काउंसिल सिस्टम के 8 सदस्यों की जांच टीम बनाई। टीम ने रविवार को भी पुलिस के साथ स्कूल में जाकर छानबीन की थी। छात्राओं, पैरेंट्स और स्कूल प्रबंधन से बातचीत की। सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को सुरक्षित रखने के लिए डीवीआर वाले प्रिंसिपल के कमरे को सील कर दिया। इससे पहले, शनिवार को जिला प्रशासन की ओर से एसडीएम के नेतृत्व में गठित टीम भी जांच करने स्कूल गई थी। मामले में झरिया के धर्मशाला रोड में प्राचार्य का पुतला भी जलाया गया। 9 जनवरी को छात्राओं से शर्ट उतरवाने का आरोप
कार्मेल स्कूल, डिगवाडीह की 20-25 छात्राओं के पैरेंट्स ने 11 जनवरी को डीसी माधवी मिश्रा से मुलाकात कर कार्मेल स्कूल, डिगवाडीह की प्रिंसिपल के खिलाफ शिकायत की थी। पैरेंट्स का आरोप है कि 9 जनवरी को छात्राओं के 10वीं क्लास का अंतिम दिन था। बच्चियों ने स्कूल में पेन डे सेलिब्रेट किया। यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है। अचानक प्रिंसिपल देवाश्री वहां पहुंचीं, बच्चियों को डांटा। छात्राओं की शर्ट उतरवाई और कहा कि इनर वियर और ब्लेजर में ही घर जाओ। प्रिंसिपल ने कहा- शर्ट नहीं उतरवाई
इधर, स्कूल की प्रिंसिपल देवाश्री ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को निराधार और गलत बताया है। उन्होंने कहा कि छात्राओं से सिर्फ प्रॉपर स्कूल यूनिफॉर्म पहनने को कहा था। किसी को शर्ट उतारने के लिए नहीं कहा गया। अपमानित करने जैसी कोई बात नहीं की। सांसद बोले – उच्चस्तरीय जांच हो
सांसद ढुलू महतो ने इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग करते हुए शिक्षा विभाग के सचिव, निदेशक और डीसी को पत्र लिखा। उन्होंने प्रकरण की निंदा करते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने की अपील की, ताकि दोबारा कहीं ऐसा न हो। कहा कि प्रशासन को स्कूल प्रबंधन की भूमिका की भी जांच करनी चाहिए। उन्होंने अभिभावकों के साथ समाज के सभी वर्गों से इस मामले में एकजुट होकर आवाज उठाने की अपील की है, ताकि बेटियां सुरक्षित शिक्षा प्राप्त कर सकें। पूर्व विधायक ने सीएम से शिकायत की
झरिया की पूर्व विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह ने सीएम हेमंत सोरेन को सोशल मीडिया के जरिए पूरे प्रकरण की जानकारी दी। कहा कि स्कूल प्रबंधन की ओछी हरकत हतप्रभ करनेवाली है। स्कूल का आखिरी दिन यानी पेन डे हमारी सबसे अच्छी यादों में से एक होता है और यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है। प्रबंधन की ओर से दी गई मानसिक व शारीरिक प्रताड़ना बच्चियों के लिए आजीवन भयावह स्वप्न से कम नहीं है। उन्होंने सीएम से दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग की है। ये भी पढ़िए झारखंड में प्रिंसिपल ने 100 छात्राओं की शर्ट उतरवाईं:एक-दूसरे की शर्ट्स पर मैसेज लिखे थे; पैरेंट्स बोले- बच्चियां ब्लेजर में घर पहुंचीं झारखंड के धनबाद में प्राइवेट स्कूल में करीब 100 छात्राओं की शर्ट्स उतरवाईं गईं। उन्हें बिना शर्ट ही घर भेजा गया। छात्राओं के परिजनों ने शनिवार को धनबाद कलेक्टर से मुलाकात कर स्कूल प्रिंसिपल के खिलाफ एक्शन लेने की मांग की है। दरअसल, घटना 9 जनवरी की है। 11वीं और 10वीं की छात्राओं के फाइनल एग्जाम से पहले होने वाले प्री-बोर्ड के एग्जाम चल रहे थे। एग्जाम के आखिरी दिन ‘पेन डे’ पर छात्राओं ने एक-दूसरी शर्ट्स पर मैसेज लिखे। पढ़िए पूरी खबर…

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