राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के बिहार प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह काम पर लौट आए हैं। उन्होंने घर से कामकाज संभाल लिया है। इसके साथ ही उनकी नाराजगी और इस्तीफे के अटकलों पर भी विराम लग गया है। बताया जा रहा है कि सिंह को मार्च तक पद पर बने रहने को कहा गया है। ताकि तय प्रक्रिया के तहत अगले प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव हो सके। उपचुनाव के रिजल्ट में मिली हार के बाद जगदानंद सिंह ने खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर पद छोड़ने की बातें शीर्ष नेतृत्व को कही थी। साथ ही उन्होंने ऑफिस आना बंद कर दिया था। इसके बाद उनको घर से ही मार्च तक काम करने को कहा गया है। अगले प्रदेश अध्यक्ष की खोज शुरू पार्टी में नए प्रदेश अध्यक्ष की खोज तेज हो गई है। बताया जा रहा है कि पार्टी सिंह की तरह अनुशासन प्रिय और साफ छवि के नेता की तलाश कर रही है। सूत्रों के अनुसार, अगला अध्यक्ष तेजस्वी यादव की पसंद का हो सकता है। जगदानंद सिंह की पारी खत्म होने के साथ ही RJD सुप्रीमो लालू यादव का राज भी पार्टी में कम हो जाएगा। इसके बाद पार्टी पदाधिकारियों के चयन में तेजस्वी की पसंद हावि रह सकती है। हालांकि, अंतिम फैसला लालू यादव ही करेंगे। जनवरी में होगी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक RJD के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक जनवरी 2025 में होगी। इसके बाद पार्टी पदाधिकारियों का चुनाव शुरू होगा। बूथ, पंचायत, प्रखंड और जिला स्तर के चुनाव के बाद प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर के नेताओं का चुनाव होगा। बताया जा रहा है कि मार्च तक प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद अप्रैल तक राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव पूरा हो जाएगा। इससे पहले दो बार इस्तीफे पर अड़े थे जगदानंद सिंह, लालू और तेजस्वी ने मनाया 5 जुलाई 2021 को छात्र RJD के कार्यक्रम में तेजप्रताप यादव ने जगदानंद सिंह को ‘हिटलर’ कह दिया था। इस पर सिंह भड़क गए और पार्टी ऑफिस आना बंद कर दिया। 15 अगस्त को प्रदेश कार्यालय में झंडोतोलन में भी नहीं आए। बाद में तेजस्वी यादव ने उन्हें मनाया। इसके बाद जगदानंद सिंह ने 2022 में भी पार्टी आना बंद कर दिया था। उनके बड़े बेटे सुधाकर सिंह तब कृषि मंत्री थे और वह CM नीतीश कुमार के खिलाफ हमलावर थे। इस पर सुधाकर सिंह को इस्तीफा देना पड़ा। इस्तीफा स्वीकार होने पर जगदानंद सिंह नाराज हो गए। 2 अक्टूबर 2022 से पार्टी ऑफिस आना बंद कर दिया। तब लालू यादव ने मनाया। प्रदेश अध्यक्ष के लिए 5 नामों की चर्चा RJD के अगले प्रदेश अध्यक्ष के लिए पार्टी के अंदर और बाहर चर्चा शुरू हो गई है। अब्दुल बारी सिद्दकी, रितु जायसवाल, आलोक मेहता, रणविजय साहू और शिवचंद्र राम का नाम आगे है। सूत्रों के अनुसार, इन 5 नामों में से नया अध्यक्ष हो सकता है। नई पीढ़ी को मौका मिलना चाहिए राजनीतिक विश्लेषक प्रवीण बागी कहते हैं- जगदानंद सिंह ने राजनीति में लंबे समय से अपनी सक्रियता बनाए रखी है। सरकार से लेकर पार्टी के संगठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अभी जो स्थितियां हैं उसमें नई पीढ़ी को मौका दिया जाना चाहिए। आगे की लड़ाई के लिए पद दिया जाना चाहिए।