BPSC 70वीं पीटी परीक्षा शुक्रवार को बिहार के 36 जिलों में 912 सेंटर्स पर हुई। जिसमें करीब 3.25 लाख कैंडिडेट्स शामिल हुए। पहली बार आयोग की ओर से 2035 पदों के लिए परीक्षा ली गई है। यह अब तक की सबसे बड़ी वैकेंसी है। इनमें सब डिवीजन ऑफिसर (SDO), सीनियर डिप्टी ऑफिसर, DSP और अन्य पद शामिल हैं। एग्जाम खत्म होने के बाद परीक्षार्थियों के बीच इस बात की चर्चा है कि अलग-अलग वर्ग के लिए कितना कट ऑफ जा सकता है। इसको लेकर दैनिक भास्कर ने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराने वाले गुरु रहमान से बात की। उन्होंने कहा कि इस बार सामान्य वर्ग में 100 से ऊपर कट ऑफ जाने की संभावना नहीं है। गुरु रहमान ने कहा कि प्रश्न पत्र का लेवल पिछले बार की तुलना में आसान रहा। पहले आयोग के अध्यक्ष ने बताया था कि एनसीआरटी से और एनालिटिकल प्रश्न पूछे जाएंगे। यह सुनकर लगा था कि कुछ अलग देखने को मिलेगा। जब हमने क्वेश्चन पेपर देखा तो, यह खोदा पहाड़ निकली चुहिया वाली बात हो गई। सभी क्वेश्चन वन लाइनर थे। यह किसी भी तरीके से अधिकारी लेवल का नहीं था। करंट अफेयर्स 6 महीने पुराने प्रतियोगिता दर्पण से पूछे गए थे। इस स्थिति में सामान्य वर्ग में 100 से कम कट ऑफ जाने की संभावना नहीं है। सामान्य वर्ग में 100-102, सामान्य महिला 92-95, ईडब्ल्यूएस 94-97, एससी 82-85, एसटी 88-90, बीसी 98-100 और ईबीसी में 94 से 96 तक कट ऑफ जा सकता है। परीक्षा में इस बार किया गया था बदलाव आयोग के चेयरमैन ने एग्जाम से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया था कि नकल, पेपर लीक पर नकेल कसने के लिए चार सेट में अलग-अलग राज्यों में क्वेश्चन पेपर का प्रिंट करवाया गया। परीक्षा शुरू होने के तीन घंटे पहले ही यह तय किया जाएगा कि किस सेट का प्रश्न पत्र किस सेंटर पर जाएगा। किस सेट से परीक्षा ली जाएगी। यह एग्जाम से 3 घंटे पहले लॉटरी सिस्टम से सभी डीएम को बताया जाएग। 6 पॉइंट में समझिए प्रिंटिंग से लेकर ट्रांसपोर्टेशन और परीक्षा होने तक किस तरीके से प्रश्न पत्र रखा जाता है। ——————————— ये खबर भी पढ़ें BPSC अभ्यर्थी बोला-बिके हुए हैं, DM ने जड़ा थप्पड़ः:पेपर लीक के आरोप पर हुआ था हंगामा, केके पाठक को पढ़ाया था कानून का पाठ पटना डीएम डॉ. चंद्रशेखर ने शुक्रवार को BPSC स्टूडेंट्स को थप्पड़ मार दिया। बताया जा रहा है कि अभ्यर्थी ने डीएम पर कथित तौर पर बिकने का आरोप लगाया था। इस पर वह भड़क गए और थप्पड़ मार दिया। इसके बाद राजधानी में अभ्यर्थियों ने जमकर हंगामा किया। 2010 बैच के IAS चंद्रशेखर इससे पहले भी अपने तेज तेवर के कारण चर्चा में रहे हैं। पूरी खबर पढ़ें