बीपीएससी के एग्जाम कंट्रोलर राजेश कुमार ने शुक्रवार को कहा कि किसी भी हालत में 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को रद्द नहीं किया जाएगा। इसके बाद से सभी अभ्यर्थी और भी ज्यादा नाराज हो गए हैं। अभ्यर्थियों ने साफ तौर पर कहा है कि जब तक पूरी परीक्षा रद्द नहीं होगी, तब तक वे लोग प्रदर्शन करते रहेंगे। अभ्यर्थियों ने इसको लेकर सीएम नीतीश कुमार को पत्र भी लिखा है। इसके अलावा प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने भी बिहार सरकार को शनिवार के दोपहर 12 बजे तक का अल्टीमेटम दिया है। पार्टी के अध्यक्ष मनोज भारती ने चिट्ठी लिखकर सीएम नीतीश से छात्रों के प्रतिनिधिमंडल से मिलने की गुजारिश की है। इसमें अगर सकारात्मक कार्रवाई नहीं हुई तो पार्टी छात्रों के साथ आंदोलन करेगी और मुख्यमंत्री से मिलने CM कार्यालय जाएंगे। एग्जाम कंट्रोलर ने आगे कहा कि कुछ अभ्यर्थी ही परीक्षा का विरोध कर रहे है। विरोध प्रदर्शन करने वाले अभ्यर्थी झूठा आरोप लगा रहे है। उनके पास किसी भी तरह का ठोस सबूत नहीं है। आयोग के पास अभ्यर्थियों का लगातार मेल आ रहा है। अभ्यर्थियों का कहना है कि परीक्षा में किसी भी तरह की धांधली नहीं हुई है। धरना प्रदर्शन करने वाले लोग प्रेरित है। उन्होंने आगे कहा कि 70वीं बीपीएससी की संयुक्त परीक्षा का मेंस एग्जाम अप्रैल में होगा। अभ्यर्थी धरना प्रदर्शन को छोड़कर मेंस की तैयारी करें। एनडीए सरकार में युवा नाखुश, पेपर लीक से सभी परेशान शुक्रवार को दिल्ली से पटना लौटे तेजस्वी यादव ने एयरपोर्ट पर कहा कि मुख्यमंत्री होश में नहीं है। इस सरकार को कौन चला रहा है पता नहीं। यहां बच्चे लाठी डंडा खा रहे हैं। लोगों के आंख में आंसू को देखकर उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता है। जब 17 महीने हमारी सरकारी थी तो युवाओं के चेहरे पर खुशी थी। तब कोई पेपर लीक नहीं हुआ। पांच लाख लोगों को नौकरी मिली, लेकिन आज की सरकार में नौजवानों के आंखों में आंसू है। पीठ पर लाठी के दाग है और माथे पर चोट है। इस एनडीए सरकार को भ्रष्ट अधिकारी चला रहे हैं। बिहार को अपने हालात पर छोड़ दिया गया है। बीपीएससी को अपनी गलती माननी चाहिए। एक सेंटर की परीक्षा क्यों रद्द की गई, अगर करना ही था तो पूरी परीक्षा रद्द करते। छात्रों ने खान सर का किया विरोध मालूम हो कि सभी अभ्यर्थी पिछले 10 दिनों से गर्दनीबाग धरना स्थल पर परीक्षा रद्द करवाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे है। वहीं शुक्रवार को खान सर सभी अभ्यर्थियों से मिलने पहुंचे थे। इस दौरान उन्हें छात्रों का विरोध झेलना पड़ा। इसके बाद वे धरना स्थल से भाग गए। प्रदर्शन स्थल पर मौजूद एक छात्रा ने कहा कि खान सर बीपीएससी अभ्यर्थियों के इस आंदोलन को हाईजैक करने आए थे। इतने दिनों से हम लोग प्रदर्शन कर रहे है, वे नहीं पहुंचे। उन्हें जब सरकार के विरोध में बोलने को कहा गया तो वे यहां से भाग निकले। छात्रों ने आरोप लगाते हुए कहा कि वे छात्रों को झूठा सपना दिखाकर अपनी दुकान जमाने में लगे हुए है।