सुपौल के निर्मली प्रखंड के बेलासिंगारमोती पंचायत में पैक्स चुनाव के दौरान राधा देवी(66) को मताधिकार से वंचित होना पड़ गया। दरअसल, मतदान केंद्र पर उन्हें मतदाता सूची में मृत घोषित पाया गया। राधा देवी उत्साहपूर्वक वोट डालने के लिए पहुंची थीं, मतदान न कर पाने से बेहद दुखी नजर आई। राधा देवी ने बताया कि उन्होंने काफी दूर से आकर मतदान करने का मन बनाया था। उनका उत्साह तब टूट गया, जब मतदान कर्मियों ने बताया कि मतदाता सूची में उनका नाम मृतक के रूप में दर्ज किया गया। उन्होंने अधिकारियों से गुहार लगाई, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। परिवार ने उठाए सवाल राधा देवी के बेटे डॉ.ओम प्रकाश मेहता ने कहा कि उनकी मां वोट डालने को लेकर बेहद उत्साहित थीं। उन्होंने उन्हें बाइक पर बैठाकर मतदान केंद्र तक पहुंचाया। लेकिन सूची में गड़बड़ी के कारण उनकी मां को वोट देने से रोका गया। उन्होंने इसे चुनावी प्रक्रिया में भारी लापरवाही का आरोप लगाते हुए संबंधित BLA(ब्लॉक लेवल ऑफिसर) और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। लापरवाही का बड़ा मामला इस घटना ने प्रशासनिक व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। मतदान प्रक्रिया में इस तरह की चूक न केवल मतदाता के अधिकारों का हनन है, बल्कि चुनावी पारदर्शिता और निष्पक्षता पर भी प्रश्नचिह्न लगाती है।। राधा देवी जैसे बुजुर्ग मतदाता लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भाग लेने के प्रति उत्सुक थे, उनके साथ हुई यह घटना यह दर्शाती है कि प्रशासन को मतदाता सूचियों के अद्यतन और जांच प्रक्रिया को अधिक सुदृढ़ बनाने की आवश्यकता है। वहीं, जिम्मेदार कर्मियों पर सख्त कार्रवाई जरूरी है, ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं न हो।