कैमूर में मंत्री रत्नेश सदा ने साल 2025 में एनडीए गठबंधन के चेहरे को लेकर चल रहे उठा पटक के बीच बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि यह महाराष्ट्र नहीं है, यह बिहार है। एक बिहारी सौ पर भारी। बिहार ज्ञान की धरती, क्रांति की धरती है । बिहार से ही पूरे संसार में बुद्धि गया है। भगवान बुद्ध को भी बिहार के बोधगया में ज्ञान मिला है। यह ज्ञान की भूमि है। वीर कुंवर सिंह, शेरशाह सुरी की भूमि है। मंत्री ने आगे कहा कि अलविदा तो तेजस्वी यादव का हो गया है। 2025 में उनकी पार्टी का अलविदा है । विधानसभा उप चुनाव में नतीजा लोगों ने देखा। सभी वर्ग के लोगों ने एनडीए को साथ दिया, 2025 में 225 सीट और 2030 फिर से नीतीश की जीत होगी। लालू-राबड़ी हो जायेंगे अलविदा। पिछली बार विधानसभा के चुनाव में अगर तेजस्वी की बड़ी पार्टी थी, तो अपना सरकार बना लेते । रत्नेश सदा ने कहा कि नीतीश कुमार को धन्यवाद देना चाहिए कि तेजस्वी यादव अपने कर्म पर और अपने बल पर उपमुख्यमंत्री नहीं बन पाते । उनका शुक्रिया अदा करना चाहिए, प्रणाम रात दिन करते रहना चाहिए । उनको दो-दो बार नीतीश कुमार ने उपमुख्यमंत्री बनाया।