दानापुर प्रखंड प्रमुख वंदना राय समेत 3 लोगों को पीरबहोर थाने की पुलिस ने कोर्ट से जारी वारंट के आधार पर भवर पोखर से गिरफ्तार किया था। लेकिन गिरफ्तारी के 30 मिनट बाद ही थाने से छोड़ दिया गया। पूरा मामला दहेज उत्पीड़न, प्रताड़ना और मारपीट से जुड़ा है। इस केस में आरोपियों ने पहले ही जमानत ले लिया था। वंदना राय के वकील ने जमानत से संबंधित डॉक्यूमेंट्स दिखाए, जिसके आधार पर तीनों को रिलीज कर दिया गया। जानकारी के मुताबिक वंदना राय की बहु शालू गुप्ता ने अपनी सास और ससुर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। बहू ने पति से अलग कराने का आरोप लगाया था। शालू का आरोप है कि 3 वर्ष से पति हर्ष राज उर्फ राजा बाबू साथ नहीं रहते। सास और ससुर ने उन्हें अलग करा दिया है। पति से मिलने की कोशिश करने पर मारपीट की जाती है। तलाक के लिए दवाब बनाया जा रहा है शालू ने बताया कि 15 अगस्त को पति से मिलने ब्लॉक कार्यालय गई थी। इस दौरान सास-ससुर ने मेरे साथ मारपीट की। कपड़े तक फाड़ दिया। सोने का चेन भी छीन लिया। इतना मारा कि मैं बेहोश हो गई थी। किसी तरह थाने पहुंची। हमने लव मैरेज किया था। बाद में सामाजिक तौर से अरेंज मैरिज भी कराया गया। अब इस रिश्ते को सास-ससुर स्वीकार नहीं कर रहे हैं। तलाक के लिए दवाब बनाया जा रहा है। जमानत के पेपर दिखाने के बाद छोड़ा वहीं, पीरबहोर थानेदार अब्दुल हलीम ने बताया कि इन लोगों ने पहले ही कोर्ट से जमानत ले लिया था। पेपर दिखाने के बाद थाने से रिलीज कर दिया। जमानत के आधार पर छोड़ दिया गया।