दिल्ली में विधानसभा चुनाव में बिहार के चार कैंडिडेट्स भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इनमें से तीन कैंडिडेट मधुबनी के रहने वाले हैं, जबकि एक दरभंगा से हैं। फिलहाल, अब तक रुझानों में दिल्ली में 27 साल बाद भाजपा की वापसी दिख रही है। आइए, जानते हैं कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों में मूल रूप से बिहार के रहने वाले कैंडिडेट्स का क्या हाल है। दरभंगा के रहने वाले अभय वर्मा भाजपा के टिकट पर लक्ष्मी नगर विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में हैं, जो फिलहाल, 1,862 वोटों से आगे चल रहे हैं। मधुबनी के रहने वाले अनिल झा भाजपा के टिकट पर किराड़ी विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में हैं। फिलहाल अनिल झा 11 हजार 974 वोटों से आगे चल रहे हैं। दिल्ली में पिता की विरासत संभाल रहे विनय मिश्रा मधुबनी के रहने वाले विनय मिश्रा आम आदमी पार्टी के टिकट पर द्वारका विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में हैं, जो 2,567 वोटों से पीछे चल रहे हैं। दिल्ली के द्वारका विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी (AAP) के टिकट पर चुनाव लड़ रहे विनय मिश्रा मूल रूप से बिहार के मधुबनी के बासोपट्टी सीरियापुर गांव के रहने वाले हैं। इनके पिता मिलिट्री में थे और काफी पहले गांव छोड़कर दिल्ली में बस गए थे। वहीं, विनय मिश्रा का जन्म हुआ। मिलिट्री से रिटायरमेंट के बाद विनय के पिता राजनीति में जुड़ गए थे। वे दिल्ली में कांग्रेस की राजनीति करते थे। कांग्रेस की टिकट पर दिल्ली से दो बार के विधायक और एक बार के सांसद भी बने। अरविंद केजरीवाल की राजनीति से प्रभावित होकर विनय मिश्रा आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए। 2020 में उन्हें द्वारका से टिकट मिला और वह जितने में सफल रहे। एक बार फिर से पार्टी ने उन्हें द्वारका से अपना कैंडिडेट बनाया है। मधुबनी में विनय के चाचा बताते हैं, ‘विनय मिश्रा के परिवार की गिनती गांव में एक समृद्ध परिवार के रूप में होती है। वह भले अब दिल्ली में रहते हैं लेकिन जब भी गांव को उनकी जरूरत होती है वह आते हैं। गांव से आज भी उनका गहरा लगाव है।’ मधुबनी के संजीव झा IAS बनने गए थे, विधायक बन गए, चौथी बार मैदान में मधुबनी के ही रहने वाले संजीव झा बुराड़ी विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में हैं। वे 4 हजार 092 वोटों से आगे हैं। संजीव झा आम आदमी पार्टी के टिकट पर चुनावी मैदान में हैं। बिहार के मधुबनी जिले के रहने वाले संजीव झा आम आदमी पार्टी के साथ शुरुआती दिनों से जुड़े हैं। उनकी मां गायत्री देवी बताती हैं, वो यहां से IAS बनने का सपना लेकर दिल्ली गए थे। लगभग 4-5 साल तक वहां तैयारी भी की। इसी बीच दिल्ली में अन्ना आंदोलन शुरू हो गया। उन्होंने इसमें एक्टिव वॉलंटियर की भूमिका निभाई।’ आंदोलन के बाद जब अरविंद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी बनाई तब वह उनके साथ जुड़ गए। झा दिल्ली के बुराड़ी सीट से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार हैं। 2013 के चुनाव में संजीव को AAP ने बुराड़ी सीट से प्रत्याशी बनाया था। संजीव ने इस चुनाव में बीजेपी के श्री किशन को पटखनी दी थी। वह 2015 और 2020 के चुनाव में भी बुराड़ी सीट से जीत कर सदन पहुंचे। संजीव झा आम आदमी पार्टी के बिहार प्रभारी भी हैं। उन्हें आम आदमी पार्टी के टॉप लीडरशिप का करीबी माना जाता है।