भास्कर न्यूज | लोहरदगा सुंदरी देवी सरस्वती शिशु मंदिर में रविवार को विभाग स्तरीय दो दिवसीय शिशु वाटिका कार्यशाला संपन्न हुआ। वहीं कार्यशाला के दूसरे दिन के प्रथम सत्र में अग्निहोत्र कार्यक्रम संपन्न हुआ। जिसमें विद्यालय के सचिव अजय प्रसाद सपरिवार उपस्थित रहे। वहीं शेष तीन सत्र में बहनों के विकास के लिए क्रिया, कला व प्रयोग आधारित शिक्षा कैसे दी जाए उसके निमित्त शिक्षण सामग्री का निर्माण किया गया। उर्सुलाइन कॉन्वेंट बीएड कॉलेज की हिंदी व्याख्याता डा पूनम मिश्रा द्वारा बाल्यकाल की प्रारंभिक अवस्थाओं पर चर्चा की गई। एमबीडीएवी पब्लिक स्कूल के जीव विज्ञान की शिक्षिका ज्योति पांडे ने कहा कि शिक्षक राष्ट्र के निर्माता हैं। शिक्षक अपने त्याग व लगन के द्वारा शिक्षण कार्य करते हुए शिशु को पढ़ाते हैं। शिक्षक शिशु के प्रति आत्मीयता रखें। उन्होंने कहा कि खेल-खेल में क्रियाकलापों के द्वारा बच्चों को ज्ञान देने की आवश्यकता है सीखना और सिखाना ही जीवन का धर्म है। वहीं वृत्त कथन संकुल प्रमुख विपिन कुमार दास के द्वारा प्रस्तुत किया गया। मौके पर शशिधर लाल अग्रवाल, प्रधानाचार्य सुरेश चंद्र पांडे, पूनम सारंगी, कोषाध्यक्ष अनिल अग्रवाल, रजनीकांत सारंगी सहित अन्य लोग उपस्थित थे।