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धरोहर और विरासत के संरक्षण की जरूरत: डीएम

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सिटी रिपोर्टर|भागलपुर भागलपुर संग्रहालय परिसर के अंग सांस्कृतिक भवन में सोमवार को “संग्रहालय प्रबंधन और विरासत संरक्षण” विषय पर संगोष्ठी-सह-व्याख्या न का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर किया गया। मुख्य अतिथि डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी ने कहा कि भागलपुर संग्रहालय की यह अच्छी पहल है। अपने विरासत को म्यूजियम में संभाल कर रखने की जानकारी दी जा रही है। कहा कि बच्चों के साथ-साथ शिक्षकों को भी इस संबंध में प्रशिक्षित करने की जरूरत है। यदि हम शिक्षकों को इस संबंध में प्रशिक्षित कर देंगे तो वे विद्यार्थियों को प्रशिक्षित करेंगे। उन्होंने संग्रहालय अध्यक्ष को सुझाव दिया कि टाउन हॉल में शिक्षकों का प्रशिक्षण कार्यक्रम रखा जाए। डीएम ने कहा कि आज से 15 वर्ष पहले 1 रुपए का बड़ा सिक्का आता था, जो बच्चों ने नहीं देखा है। हमारा जो इतिहास रहा है उन सभी चीजों को संरक्षित करने की जरूरत है। कहा कि 1000 रूपये के नोट का प्रचलन बंद हो गया है, उसे संरक्षित रखने की जरूरत है। हेरिटेज सोसायटी के महानिदेशक डॉ अनंत आशुतोष द्विवेदी ने बच्चों में विरासत संबंधी चेतना जागृत करने के लिए विरासत संरक्षण एवं संवर्धन पर आधारित विरासत ओलंपियाड जैसी प्रतियोगिता में अपनी सहभागिता दर्ज करने के लिए प्रेरित किया। डॉ. दिनेश कुमार गुप्ता, डॉ. पवन शेखर व डॉ. शिवशंकर सिंह सहित अंग प्रदेश अवस्थित ऐतिहासिक विरासतों को जानने व संग्रहालय से जुड़ने के लिए प्रेरित किया। संग्रहालयाध्यक्ष डॉ. सुधीर कुमार यादव अतिथि को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर डीएवी स्कूल के बच्चों ने स्वागत गीत की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम संचालन शिक्षक-सह-विरासत प्रेमी डॉ. मनोज कुमार चौधरी ने किया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान से हुआ। मौके पर पीयूष कुमार झा, संग्रहालय क्लर्क अमिताभ मिश्रा, कुणाल कुमार आदि थे।

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