पटना के कोतवाली थाना क्षेत्र से 3 साल की नाबालिग का अपहरण किया गया था। इस मामले में पुलिस ने 10 नवंबर को दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। अब इन दोनों का नार्को टेस्ट पुलिस कराएगी। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने इनसे पूछताछ की थी। लेकिन, दोनों को याद नहीं बच्ची कहां है, किसको बेचा या किसी को रखने के लिए दिया, कुछ याद नहीं। दोनों आरोपी स्मैक का सेवन करते है। पुलिस जानना चाहती है कि आरोपी सच बोल रहें है या झूठ। नार्को टेस्ट के लिए एम्स में लैब तैयार नाबालिग बच्ची के अपहरण मामले में पुलिस जेल में बंद मनोज और सूरज को आज बेऊर जेल से मंगलवार को निकाल कर मेडिकल कराएगी। मीडिकल के बाद पुलिस दोनों को एम्स ले कर पहुंचेगी। एम्स के डॉक्टर और एफएसएल की टीम मिल कर ये टेस्ट करेंगे। इसके लिए एम्स में नार्को टेस्ट लैब तैयार कर लिया गया है। कैसे हुई थी घटना 8 नवंबर को पटना के कोतवाली थाना क्षेत्र के कमला नेहरू नगर से मोहम्मद अज्जू की बेटी रुकसार (3) गायब हो गई थी। काफी खोजबीन के बाद भी जब कोई सुराग नहीं मिला तो थक-हार कर परिजनों ने 9 नवंबर को थाने में मामला दर्ज कराया। साथ हीं बच्ची को बेचने का भी शक जताया। पुलिस ने जांच शुरू की। पुलिस ने 10 तारीख को बच्ची के 2 अपहरणकर्ताओं को पकड़ा लिया। गिरफ्तारी के समय भी दोनों ने स्मैक का ओवर डोज ले रखा था। 10 नवंबर को हुई थी गिरफ्तारी पुलिस ने घर के आसपास में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की। जिसमें घटना वाली शाम करीब 6:30 बजे एक युवक बच्ची को ले जाते हुए दिखा। पुलिस ने युवक की पहचान मनोज कुमार के रूप में की थी। 10 नवंबर को मनोज को गिरफ्तार किया। मनोज की निशानदेही पर उसके साथी सूरज साव को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया। कोतवाली थाने के थानाध्यक्ष रंजन कुमार ने बताया कि अगवा नाबालिग बच्ची का पता नहीं चल पा रहा। पकड़े गए आरोपीयों को याद नहीं है बच्ची को कहीं बेचा या किसी को दे दिया। आरोपी सही बोल रहें हैं या गलत बोल रहे हैं, सच्चाई क्या है। इसी लिए दोनों आरोपियों का मंगलवार को नार्को टेस्ट कराया जाएगा।