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निजी क्लीनिक में प्रसव के दौरान प्रसूता की मौत:परिजन ने लगाया लापरवाही का आरोप, प्रभारी CS बोले- धावा दल का गठन कर होगी जांच

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जमुई के बोधवन तालाब चौक जवाहर स्कूल के पास स्थित राधिका इमरजेंसी निजी क्लीनिक में प्रसव के दौरान रविवार की रात एक प्रसूता की मौत हो गई। क्लीनिक के संचालक और चिकित्सक पर आरोप है कि वो ऑक्सीजन लगाकर पंप कर उसे जिंदा बता परिजनों को सदर अस्पताल जाने की सलाह दे रहे थे। जैसे ही मरीज के परिजनों को पता चला कि उसके मरीज की मौत हो गई है। उसके बाद वह आक्रोशित हो गए और क्लीनिक में हंगामा करने लगे। मरीज के परिजन को हंगामा करते देख क्लीनिक के संचालक, चिकित्सक और अन्य कर्मी सभी फरार हो गए। मृतक की पहचान झाझा थाना क्षेत्र के बाबू बांक निवासी गौतम हलवाई की 26 वर्षीय पत्नी लक्ष्मी देवी के रूप में की गई है। मृतक प्रसूता की बड़ी बहन आशा देवी ने बताया कि 20 दिसंबर को प्रसव पीड़ा होने के बाद उसे सकुशल प्रसव के लिए जिले का सबसे बड़ा अस्पताल कहे जाने वाले सदर अस्पताल लाया गया था। वहां घूम रहे महिला दलाल और तथाकथित आशा द्वारा उसे बरगलाकर राधिका इमरजेंसी हॉस्पिटल में भर्ती कर दिया गया। इलाज के नाम पर उससे मोटी रकम ले ली गई। उसके बावजूद उसकी बहन की मौत हो गई। बड़ी बात यह है कि जिस क्लीनिक में प्रसूता की सर्जरी की गई वहां एक डॉक्टर नहीं है। न ही सर्जन चिकित्सक बिना डॉक्टर के ही उस क्लिनिक को चलाया जाता है। जबकि कई डॉक्टर के नाम तो चिपका दिया गया है। बता दें कि इस क्लीनिक में आए दिन इस तरह का मामला सामने आता है। स्वास्थ्य विभाग के वरीय पदाधिकारी जानकर भी अनजान बने हुए हैं। इसके कारण भगवान कहे जाने वाले सभी डॉक्टर से भी लोगों का भरोसा उठता जा रहा है। इसमें सबसे बड़ा कारण है कि इस तरह के लोगों द्वारा डॉक्टर के नाम पर मरीजों के परिजनों से सिर्फ इलाज के नाम पर रुपए की ठगी करना है। राधिका इमरजेंसी के संचालक सुभाष कुमार ने बताया कि पीके राय जो फिजीशियन हैं, पटना के डॉक्टर हैं उनके द्वारा ऑपरेशन किया गया है। जब उनसे सवाल किया गया कि वे तो सर्जन नहीं है। इस बात को बदलते हुए उसके लिए लोकल डॉक्टर अरुण कुमार ने ऑपरेशन किया है। किसी प्रकार की कोई लापरवाही नहीं की गई थी। मरीज की हालत गंभीर बनी थी और उनके परिजनों को पूरी जानकारी दे दी गई थी। टाउन थानाध्यक्ष अरुण कुमार से बात की तो उन्होंने बताया कि अब तक किसी प्रकार की कोई शिकायत नहीं की गई। शिकायत की जाती है तो कार्रवाई की जाएगी। प्रभारी सिविल सर्जन डॉक्टर सैयद नौशाद अहमद ने बताया कि धावा दल का गठन कर पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

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