बिहार को IPS आलोक राज के रूप में नए DGP मिल चुके हैं। आलोक 1989 बैच के IPS हैं। अब बारी पटना के नए SSP की है, क्योंकि वर्तमान SSP राजीव मिश्रा को प्रमोशन मिले एक साल से अधिक हो चुका है। राजीव DIG बन गए हैं, लेकिन पटना में SSP के रूप में अपना कार्यकाल पूरा कर रहें हैं। जल्द ही नए जगह पर उनकी पोस्टिंग भी हो जाएगी। ऐसे में नए SSP की तलाश के लिए कवायद शुरू हो गई है। पटना SSP के लिए 3 बातें जरूरी है। जो अधिकारी इन तीन बातों पर खरा उतरेगा वहीं पटना SSP की कुर्सी पर आसीन होगा। पहली बात कि वो ईमानदार हो दूसरी वो दागदार ना हो और तीसरी और सब से महत्वपूर्ण बात कि वो नीतीश कुमार के गुड बुक में हो। सूत्रों के अनुसार, पुलिस मुख्यालय से लेकर CM हाउस तक में 3 IPS अधिकारियों के नामों की चर्चा पटना के SSP के लिए बहुत तेज है। इसके लिए 2011 और 2012 बैच को खंगाल जा रहा है। चौथा नाम भी सामने आ सकता है जो चौंकाने वाला हो सकता है। उनका नाम भी पटना SSP के लिए रेस में आने की संभावना है। डॉक्टर कुमार आशीष जाती से कुर्मी हैं। मुजफ्फरपुर रेल पुलिस रहते इन्होंने मुजफ्फरपुर जंक्शन पर ‘रेल पुलिस पाठशाला’ की शुरुआत की थी। फिलहाल इस पाठशाला में कचरा बीनने वालें, अनाथ और जरूरतमंद बच्चों को मुफ्त शिक्षा दी जाती है। इसके लिए इनकी देश भर में चर्चा हुई। वर्तमान में डॉ. आशीष सारण के SP हैं। डॉ आशीष ने जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय से स्नातक, स्नातकोत्तर और पीएचडी की है। वो 2001 में JNU प्रवेश परीक्षा के टॉपर रहे थे। डॉ. आशीष ने छठ के बारे में एक लेख लिखा था, जिसे भारत सरकार की संस्था भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (ICCR) ने फ़्रेंच भाषा में प्रकाशित किया था। अवकाश कायस्थ जाती से आते हैं। IPS अवकाश कुमार काफी शालीन स्वभाव के अधिकारी है, लेकिन जहां भी रहें वहां अपराधियों के मन में गिरफ्तारी या कार्रवाई का डर बना रहा। गया में ग्रामीण SP रहते चर्चित रॉकी यादव को उम्र कैद दिलाने में इनका योगदान अहम था। बेगूसराय में रहते इन्होंने 12 जनवरी 2019 को हुए एक मुठभेड़ में तीन कुख्यात बदमाशों को मार गिराया था, जिसका नेतृत्व खुद SP अवकाश कुमार कर रहे थे। चेरिया बरियारपुर थाना क्षेत्र में एक बगीचे में पुलिस ने कुख्यात बदमाश सुमंत कुमार, धर्मा यादव और बलराम सहनी को मुठभेड़ में मार गिराया था। तीसरे नंबर पर हैं आनंद कुमार, कौन हैं ये IPS आनंद कुमार 2012 बैच के IPS अधिकारी हैं। फिलहाल भागलपुर के SSP हैं। आनंद कुमार उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ के रहने वाले हैं। IPS आनंद तकनीकी रूप से अनुसंधान करने में माहिर हैं। आनंद कुमार मुजफ्फरपुर, पटना में ग्रामीण SP, राज्यपाल के समादेष्टा, कमांडेंट, कटिहार BMP 7 और गोपालगंज SP रह चुके हैं। जटिल केस को आसानी से सुलझाने में माहिर माने जाने वाले अधिकारियों में IPS आनंद कुमार का नाम भी आता है। अंतिम फैसला CM नीतीश कुमार का, चौंका सकता है चौथा नाम पटना SSP की रेस में सबसे आगे चल रहे 3 नामों की चर्चा हो गई, लेकिन अंतिम फैसला बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेना होता है, उनका फैसला ही अंतिम होता है। पटना SSP के रूप में चौथा नाम भी अंदरखाने से निकलकर सामने आ गया है, हालांकि इनके नाम की चर्चा बाहर जोरो पर नहीं है, लेकिन CM आवास में है। वो भूमिहार जाति से आते हैं।