पटना पुलिस ने फिजिकल टेस्ट के दौरान 4 और सिपाही अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया है। अब तक 21 कैंडिडेट्स की गिरफ्तारी हो चुकी है। सभी ने रिटेन एग्जाम में स्कॉलर बिठाया था। वीडियोग्राफी में फेस और बायोमेट्रिक अटेंडेंस में फिंगर प्रिंट मैच नहीं हुआ है। स्कॉलर ने दिया था रिटेन एग्जाम चारों अभ्यर्थी मंगलवार को फिजिकल टेस्ट देने गर्दनीबाग स्थित सेंटर पर पहुंचे थे। दो कैंडिडेट्स का वीडियोग्राफी में फेस मैच नहीं हुआ। जबकि 2 का बायोमेट्रिक अटेंडेंस में फिंगर प्रिंट मैच नहीं हुआ। शक के आधार पर चारों से पूछताछ की गई। तब मामले का खुलासा है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि स्कॉलर से रिटेन एग्जाम दिलवाया था। जिसके लिए मोटी रकम दी गई है। चारों को गर्दनीबाग पुलिस ने गिफ्तार कर रहा है। आरोपियों की पहचान सारण के गुड्डू राय, पटना जिले के बाढ़ निवासी रौशन कुमार, जहानाबाद के लल्लू कुमार और गुड्डू कुमार के तौर पर हुई है। रिटेन एग्जाम में 1 लाख 7 हजार 79 अभ्यर्थी सफल हुए थे केन्द्रीय चयन पर्षद (CSBC) ने 14 नवंबर को सिपाही भर्ती परीक्षा का रिजल्ट जारी किया था। इस परीक्षा में 1 लाख 7 हजार 79 अभ्यर्थी सफल हुए हैं। 7, 11, 18, 21, 25 और 28 अगस्त, 2024 को सिपाही भर्ती परीक्षा हुई थी। यह परीक्षा बिहार पुलिस कॉन्स्टेबल के 21 हजार 391 रिक्त पदों को भरने के लिए ली गई थी। करीब 17 लाख 87 हजार 720 उम्मीदवारों ने आवेदन दिया था। जिसमें से 12 लाख के करीब कैंडिडेट शामिल हुए थे। फिजिकल टेस्ट और दस्तावेज जांच के लिए 9 दिसंबर 2024 से 10 मार्च 2025 तक का समय दिया था। गर्दनीबाग थाना क्षेत्र के शहीद राजेंद्र प्रसाद सिंह राजकीय उच्च विद्यालय सेंटर बनाया गया है। पेपर लीक के बाद दोबारा हुई थी परीक्षा सिपाही भर्ती परीक्षा 1 अक्टूबर 2023 को हुई थी। इसका पेपर लीक हुआ था। इसके बाद इस परीक्षा को रद्द कर दिया गया था। सिपाही भर्ती पेपर लीक में आर्थिक अपराध में खुलासा करते हुए बताया है कि इसका सरगना भी नालंदा के नगरनौसा का संजीव मुखिया उर्फ लूटन ही है। पेपर एग्जाम के 4 दिन पहले ही लीक हो गया था।