पूर्णिया सांसद पप्पू यादव धरना पर बैठे बीपीएसी अभ्यर्थियों का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि 70वीं पीटी परीक्षा रद्द होनी चाहिए। आयोग के अध्यक्ष परमार रवि मनु भाई पर विजिलेंस का केस है। जिन पर FIR लॉज है। ऐसे आदमी को बीपीएससी का अध्यक्ष बनाना कहां की समझदारी है। मुझे नहीं पता है कि किस आधार पर इनको अध्यक्ष बनाया गया है। कितने करोड़ में डील हुई है। शनिवार रात 8 बजे के करीब पप्पू यादव फेसबुक पर लाइव आए। 44 मिनट के लाइव में कहा कि मैंने हमेशा से UPSC, BPSC और SSC के मुद्दों पर चर्चा किया है। सदन में इन तमाम मुद्दों को उठाते रहा हूं। मैं यह जानना चाहता हूं कि रिटायर्ड करने वाले लोगों को ही बीपीएससी का अध्यक्ष क्यों बनाया जाता है। जो भी संस्थाएं इन एग्जाम को कंडक्ट करती है, उसको बिल्कुल पारदर्शी तरीके से रखनी चाहिए। इन संस्थाओं में जो भी अध्यक्ष हो, उन्हें जनता तय करें। नहीं तो कोई रेगुलेटरी बॉडी, जिसमें जज और प्रबुद्ध लोग शामिल हों। इनकी अध्यक्षता में तय होना चाहिए। जब कोई नेता और सरकार इसको तय करते हैं, तो संस्थाएं भ्रमित होती है। धरना दे रहे कैंडीडेट्स पर भड़के पप्पू यादव सांसद ने आगे कहा कुछ दिन पहले अभ्यर्थी नॉर्मलाइजेशन को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। तब मैं एयरपोर्ट से सीधे धरना स्थल पर उनके समर्थन में पहुंचा था। उस समय वहां एक बहरूपिया कोचिंग टीचर गुरु रहमान और खान भाषण दे रहे थे। कैंडिडेट्स को लगा कि मैं भीड़ के चलते यहां आ गया हूं। कुछ लोग हो-हो करने लग गए। जबकि मैंने हमेशा से सभी मुद्दों को सदन में उठाया है। अभ्यर्थियों पर भड़कते हुए कहा कि जब आप कोचिंग माफिया के साथ गणेश परिक्रमा करने लगते हैं, तो यह बिल्कुल कहीं से सही नहीं लगता। मैं कभी भीड़ तंत्र से राजनीति नहीं करता। हमेशा लोगों के मुद्दे को उठता हूं। मैं कैंडिडेट्स से पूछना चाहूंगा कि आप पप्पू यादव से उम्मीद करते हो कि वह जाकर सरकार से बात करें। यही विपक्ष कल सत्ता में थी। विपक्ष आपके लिए लड़ता कब है। अपने पार्टी के नेता और कर्मी के लिए कुछ करने की हिम्मत, इन तमाम पार्टी के पास है ही नहीं। विपक्ष के लोग सदन क्यों चलने देते हैं। वहां पर इन तमाम मुद्दों को क्यों नहीं उठाया जाता है। 90 विधायक होने के बाद भी आपके मुद्दों को क्यों नहीं उठाया जाता है। कैंडीडेट्स अपने-अपने जिलों में नेता को क्यों नहीं घेरते हैं। तब तो आप लोग डरते हैं कि मुझे नहीं लड़ना है। आप लोग देते रहिए धरना, कौन आपसे पूछने के लिए बैठा हुआ है। सरकार किसी की भी हो, नुकसान कैंडिडेट का होता है पप्पू यादव ने कहा कि सरकार किसी की भी हो, लेकिन भुगतना कैंडिडेट्स को ही पड़ता है। किसी सरकार से इन सभी चीजों का लेना देना नहीं है। क्या इंडिया गठबंधन की सरकार में पेपर लीक नहीं हुए थे। साल 1990 से नालंदा जिला से ही पेपर आउट नहीं हो रहे हैं। मेडिकल से लेकर के सभी परीक्षाओं का पेपर एक ही जिले से आउट हो रहा है। मैं जानता हूं कि सीएम नीतीश कुमार एक ईमानदार आदमी हैं। लेकिन, उनके द्वारा बनाई गई पूरी सिस्टम खराब हो चुकी है। ‘बिना पेंदी के लोटा’ जैसा काम कर रही है। कैंडीडेट्स की सुनने वाला कोई भी नहीं है। कभी भी कोई परीक्षा का पेपर लीक हो जा रहा है। सत्ता पक्ष हो या विपक्ष, सभी अपने फायदे के अनुसार काम कर रहे हैं। एग्जाम पर उठाए सवाल BPSC 70वीं पीटी परीक्षा पर सवाल उठाते हुए पप्पू यादव ने कहा कि जो क्वेश्चन इस परीक्षा में पूछे गए गए थे, वह कोचिंग माफिया के प्रैक्टिस सेट से कैसे मैच कर रहा है। जिस सेंटर पर हंगामा हुआ था, वहां पर कुछ दिन पहले एक कोचिंग सेंटर के द्वारा एग्जाम को लेकर प्रैक्टिस कराया गया था। क्या यह एक महज इत्तेफाक था। क्या कोचिंग के प्रैक्टिस सेट से क्वेश्चन तैयार किया जा रहा है। क्या कोचिंग माफिया बीपीएससी से मिले हुए नहीं हैं।