पटना के गांधी मैदान में पुस्तक मेला 2024 में आयाम : स्त्री का साहित्य स्वर के मंच से शनिवार की शाम सांस्कृतिक कार्यक्रम का अयोजन किया गया। इसमें कई कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी। इस दौरान कार्यक्रम में मौजूद दरभंगा की डॉ पूनम सिन्हा ने अपने आवाज में गाना गाकर मिथिला की पद्मश्री डॉ उषा किरण खान और बिहार की स्वर कोकिला शारदा सिन्हा को श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने अपनी प्रस्तुति से वहां उपस्थित श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम के बाद उनकी प्रस्तुति की खूब सराहना की। कार्यक्रम के दौरान कई बड़े साहित्यकार मौजूद रहे। जिन्होंने भी अपनी प्रस्तुति देकर लोगों का मन मोह लिया। कार्यक्रम में डॉ आलोक धनवा, डॉ वीणा अमृत के अलावा ख्याती प्राप्त महिलाएं उपस्थित रहीं। मां और बड़ी बहन के सामान हैं डॉ उषा किरण खान डॉ पूनम सिन्हा ने प्रस्तुति के बाद कहा कि डॉ उषा किरण खान को मैं मां और बड़ी बहन के सामान दर्जा देती हूं। उनसे जीवन में बहुत कुछ सीखने का मौका मिला है। अब वो इस दुनिया में नहीं रहीं लेकिन उनकी रचना पर प्रस्तुति देकर बेहद आनंद महसूस हो रहा है। डॉ उषा किरण खान और शारदा सिन्हा दोनों ही मिथिला से आती हैं और मैं भी मिथिला की रहने वाली हूं। इस वजह से मेरी यह ख़ुशी दोगुनी हो गई है। बता दें कि 6 दिसंबर से सेंटर फॉर रीडरशिप डेवलपमेंट की तरफ से पुस्तक मेला का आयोजन किया गया है। इस मेले में देश के दिग्गज लेखक, साहित्यकार और फिल्म अभिनेता भाग लेंगे। इस साल का यह मेला पद्मभूषण शारदा सिन्हा और पद्मश्री उषा किरण खान को समर्पित किया गया है। जिसमें कई कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे।