सहरसा गांधी पथ निवासी राजेश साहा पर उनके घर के सामने रॉड से प्रहार किया गया। जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। 19 दिसंबर को उन्हें इलाज के लिए पटना ले जाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। 22 दिसंबर को पूर्व विधायक किशोर कुमार ने राजेश साहा के गांधी पथ स्थित आवास पर पहुंचकर शोक संतप्त परिवार से मुलाकात की। उन्होंने मृतक की पत्नी और बेटों, रंजन और राणा साहा, से मिलकर गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने परिवार के दुख को साझा करते हुए कहा, “राजू जैसे ईमानदार और शांत स्वभाव के व्यक्ति की हत्या से समाज को बड़ी क्षति हुई है।” परिजनों ने बताया कि राजू का किसी से कोई विवाद या दुश्मनी नहीं था। उनकी हत्या ने परिवार को पूरी तरह तोड़ दिया है। घटना को अंजाम देने वाला आरोपी नशे का आदी और आपराधिक प्रवृत्ति का है। पुलिस ने बताया कि आरोपी की आर्थिक स्थिति खराब है और हत्या का कारण लेन-देन हो सकता है। पूर्व विधायक किशोर कुमार ने इस घटना के लिए बिहार सरकार की शराबबंदी नीति पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “शराबबंदी के बावजूद नशे का सामान बाजार में आसानी से उपलब्ध है। छोटे-छोटे बच्चे तक नशे की चपेट में आकर अपराध कर रहे हैं। सरकार की नीतियों ने युवाओं को अपराध और नशे की दलदल में धकेल दिया है।” उन्होंने कहा कि राजेश साहा जैसे निर्दोष लोग इस नीति की विफलता का शिकार हो रहे हैं। “NDA सरकार ने शराबबंदी के नाम पर प्रदेश के युवाओं का भविष्य अंधकार में डाल दिया है। आखिर हर दिन हो रही ऐसी मौतों का जिम्मेदार कौन है?” पूर्व विधायक ने उच्च अधिकारियों से तुरंत कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि दोषियों को सख्त सजा दी जानी चाहिए और परिवार को न्याय मिलना चाहिए। साथ ही, सरकार को अपनी शराबबंदी नीति पर पुनर्विचार कर नशे के बढ़ते प्रचलन को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए। किशोर कुमार ने कहा कि इस तरह की घटनाएं हमारे समाज को झकझोर रही हैं। हमें एकजुट होकर नशे और अपराध के खिलाफ लड़ाई लड़नी होगी। उन्होंने मृतक के परिवार को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया और कहा, “यह लड़ाई सिर्फ एक परिवार की नहीं, बल्कि पूरे समाज की है।”