कैमूर के NH19 के जाम से लोगों का जीवन थम सा गया है। 5 किलोमीटर का सफर तय करने में 2 घंटे बीत जा रहे है। बिहार से इलाज के लिए बनारस जा रही सैकड़ो एंबुलेंस भी इस जाम का शिकार हो जा रही है। हालांकि NHAI टोल टैक्स जाम से निजात दिलाने के लिए कोई भी ठोस कदम उठते दिखाई नहीं दे रही। जाम न लगने के लिए सरकार ने टोल टैक्स पर फास्टटैग लगाई, ताकि टोल काटने में देरी ना हो। लेकिन उस फास्टटैग का कोई मतलब भी निकलता नहीं दिख रहा है। फास्टैग लगने के बाद भी नहीं सुधरी व्यवस्था बनारस अस्पताल में अपने मरीज से मिलने आए अमित कुमार ने बताया कि जाम में 2 घंटा लगने के बाद हमलोग रॉन्ग साइड से ही टोल टैक्स पार करने की कोशिश में लग गए। उन्होंने कहा कि यहां पर जाम एक नासूर बन गया है। नितिन गडकरी जी ने फास्ट्रैक योजना के तहत सभी गाड़ियों में फास्टटैग लगवा दिया। लेकिन टोल टैक्स पर जाम इतना है कि फास्ट्रैक की कोई वैल्यू नहीं है। उनका कहना है कि अगर जाम रहता है तो फास्ट्रैक से पैसे नहीं कटेंगा लेकिन यहां तो पैसे भी काट लेते है और सड़क भी नहीं बनाते है। जाम से लोगों का हाल बेहाल नागपुर से पटना जा रहे ट्रक चालक नागेंद्र सिंह ने बताया कि इस टोल टैक्स पर हमेशा ही जाम लगा रहता है। हालात यह है कि अगर इलाज करना हो या फ्लाइट पकड़ना हो तो घर से अपने निर्धारित समय से दो घंटा पहले निकलना पड़ता है। क्योंकि यहां 5 किलोमीटर की दूरी तय करने में आपको 2 घंटे लग सकते हैं।