झारखंड भारतीय जनता पार्टी ने पार्टी अनुशासन का सख्ती से पालन करते हुए चार नेताओं को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। इन नेताओं ने चुनाव में बगावत कर पार्टी के खिलाफ निर्दलीय या अन्य दलों के उम्मीदवारों के रूप में चुनाव लड़ने का निर्णय लिया, जिससे पार्टी में असंतोष का माहौल बन गया था। भाजपा की इस कार्रवाई से राज्य की राजनीति में हलचल मच गई है। जमशेदपुर पश्चिम से बागी विकास सिंह निष्कासित इस कड़ी कार्रवाई में सबसे बड़ा नाम जमशेदपुर पश्चिम के विकास सिंह का है। भाजपा के पूर्व सदस्य विकास सिंह ने जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के उम्मीदवार सरयू राय के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरने का फैसला किया। विकास सिंह के इस कदम के बाद भाजपा ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया है। पार्टी का मानना है कि संगठन के खिलाफ जाने वालों के लिए कोई जगह नहीं है। जुगसलाई और जमशेदपुर पूर्वी में निर्दलीय बागी उम्मीदवार जुगसलाई से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे बिमल बैठा को भी भाजपा ने निष्कासित कर दिया है। बिमल बैठा जमशेदपुर की राजनीति में लंबे समय से सक्रिय रहे हैं, लेकिन उन्होंने इस बार पार्टी के खिलाफ निर्दलीय रूप में चुनावी मैदान में उतरने का साहस दिखाया। इसी तरह, जमशेदपुर पूर्वी से शिवशंकर सिंह और राजकुमार सिंह भी निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं। इन दोनों नेताओं को भी भाजपा ने छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है। पार्टी के खिलाफ बगावत करने वालों के लिए नहीं कोई जगह : भाजपा भाजपा नेताओं का कहना है कि यह कार्रवाई पार्टी अनुशासन को बरकरार रखने के उद्देश्य से की गई है। पार्टी का स्पष्ट संदेश है कि जो भी नेता संगठन की विचारधारा से भटकेगा और अनुशासन का उल्लंघन करेगा, उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भाजपा का यह कदम पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल नेताओं के लिए एक सख्त चेतावनी है।