सिटी रिपोर्टर| नवादा हाल में संपन्न हुए पैक्स चुनाव की राजनीति का असर इस बार धान खरीदारी पर दिख रहा है। पैक्स की अंदरुनी राजनीति में पीसकर धान खरीदारी धीमी हो गई है। हालत यह है कि धान खरीद शुरू हुए 37 दिन बीत गए हैं और अब तक लक्ष्य का 10% भी धान की खरीद नहीं जा सकी है। कुछ पैक्सों में तो खरीदारी शुरू भी नहीं हुई है। कुछ में शुरू होकर रुक गई है। इस सब के पीछे पैक्स चुनाव के दौरान हुए मनमुटाव को कारण माना जा रहा है। चुनाव संपन्न हुए काफी समय हो गए लेकिन जिले के करीब आधा दर्जन से अधिक पैक्स में कार्य समिति की बैठक नहीं हो पाई है। राजनीतिक उकसावे के चलते कार्यकारिणी सदस्य बैठक में नहीं आ रहे। ऐसा तब है जब पिछले दिनों जिला पदाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा था कि चुनाव जीतने के बाद धान खरीदारी को बाधित करने वाले प्रतिनिधियों के खिलाफ कार्रवाई होगी। लेकिन कुछ पैक्सों में इस आदेश का भी असर नहीं हुआ। अकबरपुर के पंचगामा, तेयार बलिया बुजुर्ग और भैनैल- लोदीपुर, नवादा सदर प्रखंड के केना और समाय, नारदीगंज के कोशला और रजौली के बहादुरपुर के कार्य समिति सदस्यों को सख्त चेतावनी दी गई है। विभाग इनके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी में है। जिले में 1.20 लाख एमटी धान की खरीद का लक्ष्य रखा गया है। नवादा|जिला पदाधिकारी रवि प्रकाश ने सूबे कार्यालय प्रकोष्ठ में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अधिकारियों के साथ बैठक कर खरीफ विपणन मौसम 2024-25 अंतर्गत धान अधिप्राप्ति की समीक्षा की। जिला सहकारिता पदाधिकारी ने बताया कि नवादा जिला अंतर्गत अकबरपुर प्रखंड के पंचगामा, तेयार, भनैल लोदीपुर एवं बलिया बुजुर्ग नवादा सदर प्रखंड के केना एवं समाय, नारदीगंज प्रखंड के कोशला एवं रजौली प्रखंड के बहादुरपुर इन सभी समितियों द्वारा नए कार्यकारिणी समिति के सदस्यों को सुचारू रूप से चलने में सहयोग प्रदान नहीं करते हैं एवं लगातार बाधा उत्पन्न कर कोरम पूरा करने में बाधा उत्पन्न कर रही है। जिलाधिकारी ने कहा कि बाधा उत्पन्न करने वाली समितियां को अगले 5 साल तक चुनाव से वंचित कर दिया जाएगा। हिसुआ और नवादा सदर के द्वारा धान अधिप्राप्ति सबसे कम किया गया है। जिलाधिकारी द्वारा विस्तृत रूप से इन सभी प्रखंडों से पृच्छा किया गया एवं धान अधिप्राप्ति में तेजी लाने का निर्देश दिया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि जल्द से जल्द एफआरके की आपूर्ति सुनिश्चित करें ताकि ससमय राइस मिल धान की कुटाई कर सीएमआर की आपूर्ति कर सके। सहकारिता पोर्टल से प्राप्त आंकड़े के अनुसार फिलहाल जिले में 179 पैक्सों व व्यापार मंडलों का चयन धान क्रय के लिए किया गया है। इनमें अबतक 1586 किसानों ने 11561 एमटी धान बेचा है। सहकारिता पदाधिकारी के अनुसार इनमें से 1298 किसानों को धान का पैसा भुगतान कर दिया गया है। 21 दिसंबर को 131 किसानों ने 1034 एमटी धान बेचा है। जबकि जिले में धान खरीद के लिए अब तक हजारों किसानों ने आवेदन दिया है। इससे यह तय है कि किसान धान बेचने के लिए इच्छुक तो हैं लेकिन अभी खरीद स्लो है। बताया जाता है कि अकबरपुर के पंचगामा, तेयार बलिया बुजुर्ग और भैनैल- लोदीपुर में कार्यकारिणी नहीं बन रही है। बैठक बुलाने के बाद भी सदस्य नहीं आ रहे। इसी तरह नवादा सदर प्रखंड के केना और समाय में समिति नहीं बन पा रही। हिसुआ और नवादा के बीसीओ से शो-कॉज ^धान खरीदारी को बाधित करने वाले कार्यकारिणी सदस्यों की सदस्यता तो समाप्त होगी ही साथ ही 5 साल तक चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा। फिलहाल जहां समिति नहीं बनी, वहां के पैक्सों को अगल-बगल के पैक्स के साथ टैग कर धान खरीद शुरू कराई जाएगी। धान अधिप्राप्ति में फिसड्डी होने वाले प्रखंड नवादा सदर और हिसुआ के प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी से कारण पृच्छा किया गया है। संतोष कुमार, जिला सहकारिता पदाधिकारी 113 रुपये बढ़ा है प्रति क्विंटल न्यूनतम समर्थन मूल्य सरकार के द्वारा इस वर्ष समर्थन मूल्य बढ़ाया गया है। जिला सहकारिता पदाधिकारी संतोष कुमार ने बताया कि सरकार ने खरीफ सत्र 2023-24 में समर्थन मूल्य में पिछले साल की तुलना में 113 रुपये प्रति क्विंटल वृद्धि व करने की घोषणा की है। इस बार जिले में साधारण धान 2300 रुपए प्रति क्विंटल खरीदी जाएगी, जबकि ए-ग्रेड धान की खरीद 2320 रुपए प्रति क्विंटल खरीदी जाएगी। किसानों को बढ़ी हुई कीमत ही मिलेगी। तेयार, बलिया बुजुर्ग, बेनेली, लोदीपुर, पचगांवा में दो बार से कमिटी न बनी। हिसुआ के सोनसा दोना में नाम मात्र की खरीद हुई है।