मिथिला और मगध का संगम स्थल बेगूसराय का सिमरिया गंगा धाम विदेशी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनता जा रहा है। कोलकाता से गंगा नदी के रास्ते वाराणसी के रास्ते 23 विदेशी पर्यटकों का ग्रुप मंगलवार की शाम राजकीय कल्पवास मेला सिमरिया पहुंचा। यहां विदेशी सैलानियों के जत्थे ने सिमरिया धाम बाजार, कल्पवास मेला क्षेत्र और बिहार के सबसे पहले रीवर फ्रंट का भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने बाजार में खरीददारी भी की। लोगों और गंगा घाट की तस्वीरें भी अपने कैमरे में कैद की। इस जत्था में ऑस्ट्रेलिया, बेल्जियम, इंग्लैंड और यूके सहित अन्य देशों के 23 सैलानी थे। सैलानी के साथ चल रहे दुभाषिया दीपक मिश्रा ने बताया कि इन सैलानियों का जत्था कोलकाता से पेंडो क्रूज शिप से वाराणसी के लिए चला है। यह लोग बैरकपुर, चंदन नगर, मायापुर, फरक्का, राजमहल, सुल्तानगंज और मुंगेर होते हुए आज सिमरिया धाम पहुंचे हैं। सिमरिया में ही क्रूज पर रात्रि विश्राम कर बुधवार को पटना जाएंगे। इसके बाद वाराणसी के लिए प्रस्थान करेंगे। ऑस्ट्रेलिया के मारकुरा ने दुभाषिया के माध्यम से बताया कि विदेश के लोगों को भारत से सीखना चाहिए, क्योंकि यहां के लोग कड़ी मेहनत करते हैं। खासकर बिहार की चर्चा विशेष होती है। विदेश के लोग परिवार के वैल्यू को भूल रहे हैं, लेकिन यहां के लोग याद रख रहे हैं। भारत के लोग ही यहां के ताकत हैं। यहां के लोग अच्छे होते हैं। बेल्जियम के विलियम और उसकी पत्नी कैरिन ने कहा कि सिमरिया अद्भुत जगह है। सिमरिया गंगा तट के बाद विदेशी पर्यटकों की टीम अखिल भारतीय सर्वमंगला सिद्धाश्रम पहुंची। जहां स्वामी चिदात्मन ने सभी सैलानियों को अंगवस्त्र से सम्मानित किया। टीम में शामिल मारकुस, टेप, निकोला, जय, फिलिप, मारकुरा और कैरिन आदि सिमरिया धाम और सिद्धाश्रम में श्रद्धालुओं से मिलकर काफी खुश नजर आ रहे थे।