बिहार के उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने बेगूसराय में राजद और तेजस्वी यादव पर जोरदार निशाना साधा है। वहीं, बीपीएससी और पटना के डीएम का बचाव किया है। राजद की तरफ से वन नेशन वन इलेक्शन के विरोध के पोस्टर लगाने पर कहा कि जंगलराज के युवराज को पता नहीं है, 1952 से 1967 के पहले तक यही व्यवस्था थी। अगर यह गलत है तो कांग्रेस की गोद में क्यों खेल रहे हैं। उसकी भाषा क्यों बोल रहे हैं। राजद के जंगल राज के युवराज को वन नेशन वन इलेक्शन का आज तक पता नहीं चला है। बड़े विद्वान आदमी हैं। वन नेशन वन इलेक्शन से परिवारवाद की जमींदारी और दुकानदारी होने के कगार पर है। घबराहट में हैं, यह चाहते हैं कि सब दिन चुनाव होता रहे। आचार संहिता लगा रहे, विकास की गति रुकी रहे और जनता की गाढ़ी कमाई चुनाव में बर्बाद होता रहे। आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार प्रकट करना चाहिए, धन्यवाद देना चाहिए। राष्ट्र के हित में आजादी के बाद से जो व्यवस्था शुरू हुई थी, जनता के हित के लिए विकास की गति के लिए फिर से लागू कर रहे हैं। इसका स्वागत करना चाहिए, इसे स्वीकार करना चाहिए और परिवारवाद की जमींदारी को अच्छे नियत के साथ सफल नीति बननी चाहिए। तेजस्वी यादव के माई बहन मान योजना की घोषणा पर विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि यह केजरीवाल की तरह सिर्फ घोषणा कर हैं। इनकी बातें पर बिहार की जनता को भरोसा नहीं है। यह सिर्फ लूटने के लिए सत्ता में आना चाहते हैं। तेजस्वी यादव की नियत साफ़ नहीं है। जंगलराज के युवराज को सही नियत से सही काम करना चाहिए। जंगलराज के युवराज वादे का पिटारे लेकर हवा बाजी कर रहे हैं। 15 साल तक अवसर मिला था उनके माता-पिता को, कोई वादा नहीं निभा पाए। इनको भी दो-दो बार अवसर मिला, सरकार में पांच विभाग के मंत्री थे, एक भी नियुक्ति नहीं कर पाए पांचों विभाग के अंदर। कोई नई योजना की समीक्षा नहीं कर पाए। वह जो वादा कर रहे हैं, कहां से होगा, क्या आधार होगा बता नहीं पा रहे हैं। सत्ता में पहुंचने की बेचैनी में केजरीवाल के पथ पर बढ़ रहे हैं। बिहार की जनता जानती है, कि वह केवल हवा हवाई वादा करने वाले लोग हैं, सत्ता तक पहुंचाने का खेल खेलना चाहते हैं। इनकी बातों पर किसी को विश्वास नहीं होता। बिहार के अंदर आज करप्शन और क्रिमिनल से मुक्ति चाहिए, एनडीए सरकार इसलिए पूरी तरह से संकल्पित है। हमने पहले भी कहा था कि सत्ता के लिए समझौता नहीं करते हैं।