अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कार्यकर्ताओं ने 16 सूत्री मांगों को लेकर आज से जीडी कॉलेज में अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है। धरना के पहले दिन कार्यकर्ताओं के साथ बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने प्राचार्य का घेराव करते हुए कॉलेज और विश्वविद्यालय प्रशासन पर छात्र-छात्राओं के साथ अन्याय करने का आरोप लगाया है। कार्यकर्ताओं ने स्नातक पार्ट-टू के रिजल्ट में बेगूसराय जिले के छात्र-छात्राओं के साथ जान-बूझकर उपस्थित विषय में अनुपस्थित करने और गलत अंक पत्र अपलोड करने का आरोप विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग पर लगाया है। इसके साथ ही कार्यकर्ताओं ने नामांकन में छात्र कल्याण अध्यक्ष के कार्यालय की ओर से बड़े स्तर पर त्रुटि की बात भी बताई। भ्रष्ट कर्मियों के कारण बदनाम हो रहा कॉलेज पूर्व राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्य पुरुषोत्तम कुमार ने कहा कि महाविद्यालय जिस प्रकार भ्रष्ट कर्मियों के कारण बदनाम हो रहा है, यह स्थिति असहज करने वाली है l किसी भी परिस्थिति में विद्यार्थी परिषद ऐसी स्थिति को स्वीकार नहीं करेगा। प्रत्येक बार परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद छात्र को उपस्थित विषय में भी अनुपस्थित कर दिया जाता है। बाद में उनसे आवेदन मांगा जाता है जो पैसा की उगाही होती। ऐसी गतिविधि स्वीकार्य नहीं है। विश्वविद्यालय अविलंब इस पर संज्ञान ले और बिना आवेदन के छात्र-छात्राओं का रिजल्ट सुधार करे। टीसी, सीएलसी के नाम पर गोरख धंधा चलता नगर मंत्री अजीत कुमार और जीडी कॉलेज अध्यक्ष प्रहलाद कुमार ने कहा कि टीसी, सीएलसी के नाम पर महाविद्यालय में गोरख धंधा चलता है। शीघ्र इस पर रोक लगाया जाए और बिना शुल्क के छात्र-छात्राओं को यह प्रमाण पत्र उपलब्ध कराया जाए। छात्र नेता कृष्ण कुमार एवं मनीष कुमार ने कहा कि जीडी कॉलेज के कई विभाग ना तो सूचना का प्रकाशन ठीक से करते हैं ना ही समन्वय बनाकर आंतरिक परीक्षा आयोजित करते हैं। जान बूझकर सैकड़ों छात्र-छात्राओं को आंतरिक परीक्षा में अनुपस्थित करने का कार्य कुछ विभाग ने किया है। विद्यार्थी परिषद ऐसे विभागाध्यक्ष पर कार्रवाई की मांग करता है। 3 बार मनोविज्ञान विभाग में सांप मिल चुका है नगर सह मंत्री अमन कुमार और उज्जवल कुमार ने कहा कि 3 बार मनोविज्ञान विभाग में सांप मिल चुका है। इसके बाद भी महाविद्यालय प्रशासन की नींद नहीं खुली है। हम किसी भी कीमत पर छात्र-छात्राओं के जान को खतरे में डालने नहीं देंगे। छात्र नेता मंगल माधव और रजत कुमार ने कहा कि हमारे सभी 16 मांगें छात्र हितों में है। जो तुरंत पूरा करने लायक है, यदि जल्द से जल्द मांगों को नहीं माना गया तो हम भूख हड़ताल भी करेंगे। 10 मांगों को कल से शुरू किया जाएगा प्राचार्य डॉ. राम अवधेश कुमार और बर्सर कमलेश कुमार ने कहा कि 10 मांगों पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। मनोविज्ञान विभाग में जाल लगाने, कर्मचारी को पूछताछ काउंटर और पुस्तकालय में स्थानांतरित करने, नामांकन संबंधी समस्या और शौचालय जीर्णोद्धार पर शीघ्र अमल करने सहित 10 मांग को शीघ्रता से पूरा करने का काम कल शुरू किया जाएगा। कुछ मांग जो विश्वविद्यालय से पूरा किया जा सकता है, उसके लिए विश्वविद्यालय के पदाधिकारी से बात की है। यदि जल्द विश्वविद्यालय से कोई प्रतिउत्तर नहीं मिलती है तो महाविद्यालय का एक प्रतिनिधिमंडल विश्वविद्यालय जाकर सभी मांगों को शीघ्र पूरा करवाने का कार्य करेगी। मौके पर मंजेश कुमार, राहुल कुमार, नितीश कुमार, आदित्य कुमार, राहुल कुमार, अभिषेक कुमार, अनीश कुमार, आलोक कुमार, गुलशन कुमार, सूरज कुमार, रोहिणी, सरस्वती, सुषमा एवं सोनाली सहित कई छात्र-छात्रा उपस्थित थे।