गोपालगंज में पिता ने अपने 6 साल के बेटे की गला रेत कर हत्या कर दी। हत्या के बाद उसके शव को दो बोरे में भरकर चौकी के नीचे छिपा दिया। परिवार का खर्च उठाने में असफल होने पर पिता ने इस घटना को अंजाम दिया। घटना भोरे थाना क्षेत्र के कल्याणपुर टोला नारायणपुर गांव की है। शुक्रवार की सुबह नारायणपुर गांव के रहने वाले अरविंद कुमार सिंह से उसके बेटे हिमांशु (6) ने स्कूल की फीस मांगी। दोपहर में अरविंद स्कूल से अपनी बेटी प्रीति और बेटे हिमांशु को लेकर घर आ गया। इसके बाद कमरे में बेटे की धारदार हथियार से गला काटकर हत्या कर दी है। यह पूरी घटना उसकी बेटी ने देख ली, इसके बाद उसे भी मारने के लिए दौड़ा। उसने भागकर सारी बात ग्रामीणों को बताई। जिसके बाद ग्रामीणों ने उसे पकड़कर रखा और पुलिस को सूचना दी। बेटे की मौत का कोई अफसोस नहीं अरविंद को अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है। उसका मानना है कि वो अभी से अपने बेटे के लिए न तो जमीन खरीद सकता था न ही अलग से घर बना सकता था। उन्हें कुछ नहीं दे सकता था। । आरोपी अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि ,’2 साल से मैं विदेश में काम करता था। 3 महीने पहले ही घर लौटा हूं। मेरे माता-पिता बार-बार मुझसे पैसे की डिमांड करते हैं। उनको लगता है कि मैं बाहर रहकर बहुत पैसा कमाता हूं। मैं उनसे कहता हूं कि वो अब अपने दूसरे बच्चों से पैसे मांगे, जितना करना था मैंने कर दिया। लेकिन वो मेरी बात नहीं मानते। इसलिए आज मैंने अपने 6 साल के बेटे की हत्या कर दी, ताकि न वो इस दुनिया में रहेगा और न ही उसे इस सब परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।’ पत्नी घर पर नहीं थी 15 साल पहले अरविंद कुमार सिंह की शादी कल्याणपुर कटहरिया गांव में हुई थी। शादी के बाद बेटे हिमांशु का जन्म हुआ। तबसे वह ससुराल में ही रहकर भोरे में मोटर मैकेनिक का काम कर रहा था। घटना के वक्त बच्चे की मां मुन्नी देवी अपना इलाज कराने गोरखपुर गई थी।
घटना के बाद मां की रो-रोकर हालत खराब है। पुलिस ने आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया और हत्या में इस्तेमाल चाकू भी बरामद कर लिया। बच्चे के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। घटना की गंभीरता को देखते हुए हथुआ के एसडीपीओ आनंद मोहन ने घटनास्थल का जायजा लिया। एसडीपीओ ने बताया कि आरोपी ने अपने बेटे की हत्या कर दी है। पूछताछ में उसने अपना जुर्म कुबूल किया है। घटना का कारण अभी स्पष्ट नहीं है पूछताछ की जा रही है। फिलहाल घटनास्थल को सील कर दिया गया है। FSL की टीम को जांच के लिए बुलाया गया है। ऐसे लोगों को इलाज की जरुरत है- साइकेट्रिस्ट इस घटना को लेकर दैनिक भास्कर ने मनोविज्ञान विभाग के प्रोफेसर डॉ. उपेन्द्र कुमार से बात की। उन्होंने कहा कि, ‘ ऐसी स्थिति तब होती है, जब व्यक्ति किसी बात को लेकर काफी तनाव ग्रस्त होता है,या गंभीर शक से ग्रसित हो। ऐसे लोगों का बर्ताव परिवार या समाज के प्रति बदल जाता है। अगर इस तरह की बात किसी व्यक्ति में देखने को मिलती है तो उसे मनोवैज्ञानिक चिकित्सक से मिलवाना चाहिए। उससे प्यार से बात करनी चाहिए।’ ———————– इसे भी पढ़िए… 5 टुकड़ों में मिली लड़की की बॉडी, सिर गायब:2 बोरियों में थे दोनों हाथ-पैर और गर्दन; 4-5 दिन पहले रेप के बाद मर्डर की आशंका सुपौल में शनिवार को नदी के किनारे एक लड़की का शव मिला है। शव को दो अलग-अलग बोरियों में बंद कर फेंका गया था। बॉडी 5 टुकड़ों में मिली है। एक बोरी में धड़ रखा था। दूसरी में दोनों हाथ और पैर। सिर गायब है। लड़की की उम्र 20 से 25 साल बताई जा रही है। धड़ पर कोई कपड़ा नहीं मिला है, इसलिए रेप की आशंका भी जताई जा रही है। पूरी खबर पढ़ें।
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