चंपारण रेंज के डीआईजी जयंत कांत और एसपी डॉ. शौर्य सुमन एक साथ सड़क पर निकले। इस दौरान डीआईजी व एसपी ने संयुक्त रूप से विभिन्न थानों की गश्ती वाहनों, ईआरएसएस व उसमें लगे वायरलेस सेट का जांच किया। वायरलेस सेट पर सूचना देने और लेने के विभिन्न पहलुओं पर दोनों अधिकारियों ने दिशा निर्देश दिया। एसपी ने रात्रि गश्ती में लापरवाही बरतने को लेकर चनपटिया थानाध्यक्ष सम्राट सिंह और लौरिया थानाध्यक्ष संतोष कुमार शर्मा से स्पष्टीकरण तलब किया गया है। डीआईजी ने दिया निर्देश डीआईजी ने कहा कि इस क्रम में वायरलेश इस्तेमाल और मॉक ड्रील कराने का भी निर्देश दिया गया है। पुलिस अधिकारियों ने गश्ती के दौरान लापरवाही बरतने वाले एक गश्ती दल के वेतन भुगतान पर रोक लगा दिया है।जबकि, पूरी मुस्तैदी से गश्त करने वाले एक दल को पुरस्कृत किया गया है। एसपी ने बताया कि रात्रि गश्ती में लापरवाही बरतने को लेकर चनपटिया और लौरिया थानाध्यक्ष से स्पष्टीकरण पूछा गया है। रात्रि गश्ती के प्रति सभी को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। इस मामले में लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई होगी। एसपी ने गश्ती गाड़ियों का देखा लाइव लोकेशन एसपी ने सीसीटीवी कंट्रोल रूम और वायरलेस रूम का निरीक्षण भी किया। निरीक्षण के दौरान एसपी ने एक-एक चीज को बारीकी से देखा। इस दौरान एसपी ने जीपीएस के माध्यम से विभिन्न थानों के गश्ती गाड़ियों का ऑन रोड लाइव लोकेशन देखा। किस थाने की गश्ती टीम अभी कहां है,इनका रूट चार्ट क्या है, गश्ती के दौरान कितने क्षेत्र का भ्रमण किए हैं, आदि को एसपी ने गश्ती गाड़ियों में लगे जीपीएस के माध्यम से देखा। एसपी ने किसी भी प्रकार की घटना होने की स्थिति में गश्ती दल और स्थानीय थाना को वायरलेस व दूरभाष के माध्यम से सूचना देने से संबंधित आवश्यक निर्देश दिया। एसपी ने कहा कि सारे सीसीटीवी को अपडेट रखा जाए। उन्होंने गश्ती दल को नियमित भ्रमणशील रहने और प्राप्त सूचनाओं का त्वरित सत्यापन करने निर्देश दिया।एसपी ने कहा कि गश्ती दल की नियमित मॉनिटरिंग होनी चाहिए।निरीक्षण के दौरान मुख्यालय डीएसपी कमलेश कुमार व अन्य पुलिस पदाधिकारी मौजूद रहे।