मेरा भतीजा कहां है, अब तक पुलिस मेरे भतीजे के बारे में कुछ पता नहीं लगा पाई है। वो किस हाल में है, कहां है, किसके पास है? इसकी न हमें जानकारी है और न पुलिस इस बारे में कुछ बता रही है। ये बातें मंगलवार को बेंगलुरु में 8 दिसंबर को सुसाइड करने वाले AI इंजीनियर अतुल सुभाष के छोटे भाई विकास कुमार ने कही। दो दिन पहले अतुल के पिता पवन कुमार मोदी ने भी यही सवाल उठाया था। AI इंजीनियर अतुल सुभाष सुसाइड मामले में सास निशा सिंघानिया और साले अनुराग को प्रयागराज से, जबकि पत्नी निकिता को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया। मुख्य आरोपी निकिता सिंघानिया को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 4 सप्ताह के लिए ट्रांजिट अग्रिम जमानत दे दी है। निकिता के चाचा सुशील अभी जमानत पर है। वकील से बात कर रहे हैं, देखते हैं क्या हो सकता- विकास हाईकोर्ट से सुशील कुमार की जमानत पर विकास कुमार ने कहा कि पूरे मामले को देख रहे हैं। मेरे पास लीगल ऑप्शन क्या है, अपने वकील से बातचीत कर रहे हैं। विकास ने कहा कि मीडिया के माध्यम से पता चला है कि अतुल ने आत्महत्या से पहले चार फाइल बनाई थी, जिसे गूगल ड्राइव पर सेव किया था, लेकिन उनमें से दो फाइलें डिलीट हैं। पुलिस ने मीडिया को बताया है कि शिकायत दर्ज कराई जाती है तो कार्रवाई की जाएगी। वैसे सभी डेटा सुरक्षित है। हालांकि, कर्नाटक पुलिस की कार्रवाई से अतुल का भाई, उनका परिवार संतुष्ट है। देश में 51 प्रतिशत पुरुष सताए जा रहे पुरुष आयोग संस्था की प्रेसीडेंट बरखा त्रेहान आज समस्तीपुर पहुंची। बरखा ने अतुल सुभाष के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें हिम्मत दी। उनकी लड़ाई में हर संभव मदद का भरोसा दिया। बरखा ने कहा कि अतुल के ससुराल वालों ने उसे प्रताड़ित कर आत्महत्या के लिए मजबूर किया। अतुल ने सुसाइड नहीं, बल्कि उसका मर्डर किया। अतुल के ससुराल वालों पर हत्या का मुकदमा चलाना चाहिए। देश में जेंडर न्यूट्रल लॉ होनी चाहिए। पुरुष आयोग का गठन होना चाहिए। अतुल को न्याय मिलना चाहिए। देश में एक अतुल नहीं बल्कि लाखों हैं। जिनकी आवाज दवा दी जाती है। इस देश में 51 प्रतिशत पुरुष हैं वो सताए जा रहें हैं। हर लोगो की बात सुनी जाती है, जानवरों के लिए भी कानून है, लेकिन पुरुषों के लिए कोई कानून नहीं है। इसलिए इस देस में पुरुषों को भी सुना जाना चाहिए। अतुल के पिता ने पोते की मांगी कस्टडी अतुल के पिता पवन कुमार मोदी अपने पोते व्योम की कस्टडी मां चुके हैं। समस्तीपुर में उन्होंने अपील की थी कि मेरा पोता दिलवा दिया जाए। आज तक उसे गोद में नहीं खिलाया है। वीडियो कॉल पर ही देखा है। मैंने आज तक अपना दर्द किसी से नहीं कहा। एक दादा के लिए उसका पोता बेटे से ज्यादा प्यारा होता है। पोते को वापस दिलवा दीजिए।’ पत्नी निकिता और उनकी फैमिली पर हैरेसमेंट का आरोप लगाया था अतुल ने 9 दिसंबर को बेंगलुरु के फ्लैट में सुसाइड किया था। आत्महत्या से पहले 1.20 घंटे का वीडियो बनाया। इसमें पत्नी निकिता और उनकी फैमिली पर हैरेसमेंट का आरोप लगाया था। अतुल के भाई की एप्लीकेशन पर बेंगलुरु में 4 लोगों पर FIR दर्ज हुई। इसमें पत्नी निकिता, सास निशा, साले अनुराग और चाचा ससुर सुशील सिंघानिया का नाम है।