शहर के नवादा थाना क्षेत्र के रामनगर मोहल्ला गली नंबर-दो में बुधवार को एक गर्भवती महिला की मौत हो गई। इलाज के दौरान सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में उसने दम तोड़ दिया। मृतका के परिजन ने ससुराल वालों पर इलाज में लापरवाही बरतने के कारण उसकी मौत का आरोप लगाया है। मृतका शाहपुर थाना क्षेत्र के ओझा के सेमरिया गांव निवासी विकाश ओझा की 27 वर्षीय पत्नी कंचन कुमारी है। वर्तमान में नवादा थाना क्षेत्र के रामनगर मोहल्ला गली नंबर-2 में करीब 7 वर्षों से किराए के मकान में रहती थी। इधर बक्सर जिला के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सोंधिला गांव निवासी और मृतका के बड़े भाई दुर्गेश पाठक ने बताया कि मेरी बहन गर्भवती थी। बुधवार सुबह करीब 8 बजे जब मैंने उसे फोन किया तो फोन पर बातचीत के दौरान उसने कहा कि मुझे उठने-बैठने में बहुत दिक्कत हो रही है। अब हम नहीं जी पाएंगे। उसने बताया कि तबीयत खराब के दौरान उसके ससुराल वालों ने कहीं ले जाकर उसे इंजेक्शन दिलवाया था। ससुराल वालों ने कुछ ही देर बाद फोन कर सूचना दी कि उसकी मौत हो गई है। सूचना पाकर परिजन सदर अस्पताल पहुंचे। स्थानीय थाना की पुलिस भी सदर अस्पताल पहुंची। पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम करवाया। मृतका के भाई ने ससुराल वालों पर इलाज में देरी और लापरवाही का आरोप लगाया है। सूचना पर सदर अस्पताल पहुंचा मृतका के ससुर बागेश्वर ओझा ने बताया कि मैं जमादार हूं और नालंदा जिला के अस्थमा थाना में कार्यरत हूं। मेरी बहू पांच माह की गर्भवती थी। इसी बीच उसकी तबीयत बिगड़ गई और उसे इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल ले गया था। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इसके बाद मुझे फोन कर सूचना दी गई कि बहू की मौत हो गई है। सूचना पाकर मैं भी आरा सदर अस्पताल पहुंचा। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत का कारण स्पष्ट होगा पुलिस की मृत्यु समीक्षा रिपोर्ट के अनुसार इलाज के क्रम में मृत्यु होना प्रतीत होता है। हालांकि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण पूरी तरह स्पष्ट हो पाएगा। मृतका की शादी 15 मई 2022 में हुई थी। कोई संतान नहीं था। मृतका अपने दो बहन और एक भाई में दूसरे स्थान पर थी। उसके परिवार में मां मंजू देवी और एक भाई दुर्गेश पाठक और एक बहन क्षमा कुमारी है।