गया में बोधगया स्थित विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर के दान में मिले सामान की कथित गड़बड़ी को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। आरजेडी के दो विधायकों के बीच जारी बयानबाजी और वीडियो वार ने इस मुद्दे को और गरमा दिया है। मखदुमपुर के आरजेडी विधायक सतीश दास ने बोधगया मंदिर प्रबंधन समिति (बीटीएमसी) के सदस्य अरविंद सिंह पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा है कि मंदिर में दान दिया गया चावल और अन्य सामान को अरविंद सिंह गाड़ी में लोड कर अपने घर भिजवा रहे हैं। गौरतलब है कि अरविंद सिंह जदयू के नेता हैं और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी माने जाते हैं। यह आरोप लगते ही विवाद और गहराने लगा। हालांकि, इस पर बोधगया के आरजेडी विधायक कुमार सर्वजीत ने अपने ही पार्टी के विधायक सतीश दास को आड़े हाथों लिया। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में रात के अंधेरे में एक काली रंग की स्कॉर्पियो में बोरी लोड करते कुछ लोग नजर आ रहे हैं। कहा जा रहा है कि यह गाड़ी अरविंद सिंह की है। विधायक सतीश दास ने इस वीडियो को अपने आरोपों का प्रमाण बताया है। मामले के तूल पकड़ने के बाद बीटीएमसी की सचिव महाश्वेता महारथी ने एक आदेश जारी किया। उन्होंने कहा कि मंदिर में दान किए गए सामान को बिना अनुमति बाहर ले जाना सख्त मना है। आरजेडी के अंदर मतभेद इस विवाद ने आरजेडी में मतभेद को उजागर कर दिया है। कुमार सर्वजीत का अपने ही पार्टी के विधायक के खिलाफ बयान चर्चा में है। सवाल उठ रहे हैं कि उन्होंने क्यों सतीश दास के आरोपों को खारिज किया। सूत्रों की मानें तो सर्वजीत की जेडीयू नेताओं से नजदीकियों के चलते यह विवाद सुलग रहा है। सियासी गलियारों में यह चर्चा जोरों पर है कि सर्वजीत ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रभाव में आकर अपने ही पार्टी के विधायक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। आरजेडी के शीर्ष नेतृत्व की तरफ से अब तक कोई ठोस बयान नहीं आया है, लेकिन यह घटना पार्टी की अंदरूनी राजनीति और गहराते मतभेदों को उजागर करती है।
