सिटी रिपोर्टर| बेतिया हर साल की तरह इस साल भी शहर के सागर पोखरा मनोकामना शिव मंदिर पर महाशिवरात्रि महोत्सव को लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है। शिव मंदिर को सजाने संवारने का काम अंतिम चरण में है। सैकड़ों की संख्या में रोज मजदूर काम में लगे हैं। भव्य पंडाल और तोरणद्वार बनाया जा रहा है। महोत्सव में शामिल होने वाले भक्तों और श्रद्धालुओं की सुविधा का विशेष ख्याल रखा जा रहा है। शिव भक्त अमित गिरी ने बताया कि महाशिवरात्रि की पूजा पाठ में करीब 500 ब्राह्मण शामिल होंगे। 12 ज्योतिर्लिंग के ब्राह्मण पूजा पाठ के लिए यहां आएंगे। ये वेद पाठ, शिव तांडव, देवी पाठ, देवी जप कराएंगे। उन्होंने बताया कि महाशिवरात्रि को ऑस्ट्रेलिया टर्की और थाईलैंड के फूलों से महादेव का श्रृंगार होगा। आर्केड, जरबेरा, ट्यूलिप, टर्किश, जूही, रजनीगंधा आदि फूल बेंगलुरु से मंगाए जाएंगे। यूं तो महाशिवरात्रि को आठों पहर पूजा होगा। लेकिन सुबह पांच बजे से विशेष पूजा होगी जो शाम छह तक चलेगा। रात को भी विशेष श्रृंगार और पूजा किया जाएगा। विभिन्न प्रकार के द्रव्यों से रुद्राभिषेक होगा। शहद, दूध, गन्ना का रस, पुष्पोदक, फलोदक, इत्र, भांग का रस, कुशोदक, मधु, भस्म मिश्रित जल आदि से भगवान शिव का अभिषेक किया जाएगा। सागर पोखरा के उत्तरी तट पर अयोध्या में स्थित श्रीरामलला की मंदिर तैयार हो रहा है। इसकी ऊंचाई 50 फीट और चौड़ाई करीब 60 फिट रहेगी। लेजर लाइट के सहारे यह श्रीराम मंदिर की तरह दिखेगा। यह शिवरात्रि में आकर्षण का केंद्र रहेगा। मुंबई और कोलकाता के कलाकार रात्रि जागरण करेंगे।महाशिवरात्रि के अवसर पर झांकी निकाली जाएगी। कोलकाता, प्रयागराज, उज्जैन और बनारस के कलाकार झांकी निकालेंगे। यह झांकी भी भक्तों के बीच आकर्षण का केंद्र बनेगा। गाजे-बाजे के साथ निकलेगी शिव बारात महाशिवरात्रि के अवसर पर भव्य शिव बारात निकलेगा। इसमें हर उम्र और तबके के लोग शामिल होंगे। शिव बारात में पांच दर्जन रॉक बैंड शामिल होंगे। बारात नगर के सोवाबाबू चौक, लालबाजार, पुरानी गुदरी, क्रिश्चियन क्वार्टर, दरगाह, तीन लालटेन चौक, जनता सिनेमा चौक आदि इलाके से गुजरेगी। इसमें हाथी, घोड़ा, ऊंट शामिल रहेंगे। बता दें कि नगर के ऐतिहासिक सागर पोखरा स्थित मनोकामना महादेव मंदिर के पास प्रत्यक् वर्ष भंडारा का आयोजन किया जाता है। इस भंडारा में सुबह से लेकर रात तक काफी संख्या में श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण करते है। साथ ही परिसर में मेला आयोजित होता है। उसका भी आनंद लोग उठाते है। श्रद्धालु सागर पोखरा से जल भरकर महादेव को जलाभिषेक करते है। विधि व्यवस्था में प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद रहती है। यहां तक कि कई बार वाहनों का रूट भी डायवर्ट कर दी जाती है।
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