किशनगंज के ठाकुरगंज प्रखंड अंतर्गत तैयबपुर में महानंदा नदी पर बराज निर्माण के लिए डीपीआर की राशि 20 करोड़ 15 लाख को प्रशासनिक स्वीकृति किया है। जिले में एक भी बराज नहीं है। इसके साथ महानंदा नदी पर एक पुल का भी निर्माण होगा। अभी ठाकुरगंज जाने के लिए एकमात्र पुल महानंदा नदी पर बना हुआ है। दूसरा पुल निर्माण होने से एक ऑप्शनल व्यवस्था लोगों को मिलेगी। किसी कारणवश अगर पहले वाली पुल पर यातायात बाधित होती है तो लोग ऑप्शनल पुल के सहारे रास्ता तय कर सकेंगे। इसके अलावे प्रतिवर्ष नेपाल की ओर से पानी छोड़े जाने की वजह से मचने बाली तबाही को इस बराज के जरिये नियंत्रित किया जा सकेगा। पांच किलोमीटर लंबी बराज का निर्माण महानंदा नदी के ऊपर तैयबपुर से सोनापुर की ओर जाने वाली सड़क के समानान्तर पांच किलोमीटर लंबी बराज का निर्माण होगा। जल निस्सरण विभाग ने इस संबन्ध में स्थल का चयन कर विभाग को प्रस्ताव भेज दिया था। बराज निर्माण को लेकर स्थानीय लोगों में उत्साह का माहौल है। प्रतिवर्ष महानंदा नदी इलाके में भारी तबाही मचाती है। तराई क्षेत्र में भारी बारिश के बाद नेपाल महानंदा नदी में लाखों क्यूसिक पानी डिस्चार्ज करता है। जिससे आसपास में भारी तबाही मचती है। बराज बन जाने के बाद डिस्चार्ज पानी को बराज में डाइवर्ट किया जा सकेगा। इससे जल संचय के साथ साथ भारी तबाही को भी रोका जा सकेगा। सिंचाई के लिए पानी की किल्लत से किसान को नहीं जूझना पड़ेगा। जरूरत पड़ने पर बराज की पानी को खेतों तक पहुंचाया जा सकेगा। इस संबंध विभाग ने एक लेटर भी जारी किया है।