मुंगेर जिला का प्रमुख श्मशान घाट अपनी बदहाली के कारण खुद आंसू बहा रही है। जिस कारण घाट पर खासकर ठंड के दिनों में शव का अंतिम संस्कार करने आए लोगों को परेशानी हो रही है। श्मशान घाट पर नो तो लाइटिंग की व्यवस्था और ना ही साफ-सफाई हो रही है। जिस कारण घाट पर गंदगी के बीच लोग अपने परिजनों को अंतिम संस्कार कर रहे हैं। जबकि अभी ठंडा के समय श्मशान घाट पर रोजाना 30 से 35 शव का अंतिम संस्कार हो रही है। इसमें से विद्युत शवदाह गुह में लगभग 10 शव को बिजली पर जलाया जा रहा है। बता दें कि निगम क्षेत्र में साफ-सफाई के अलावा विकास के नाम पर सलाना करोड़ों रुपये आते है। इसके बावजूद भी श्मशान घाट पर निगम प्रशासन की नजर नहीं रहने के कारण गंदगी पड़ी हुई है। श्मशान घाट पर साफ-सफाई के अलावा लाइटिंग को लेकर शहरवासी ने मुंगेर सेवा मंच संस्था के बनाए गए वाट्सअप ग्रुप में भी मुद्दा उठाया है।घाट पर अंधेरा रहने के कारण लोग भाड़े पर जनरेटर और लाइट लगाकर श्मशान घाट पर देर शाम तक शव का अंतिम संस्कार करते हैं। 30 से 35 शव का हो रहा अंतिम संस्कार डोम राजा अलखु, नरेश, विदुर सहित अन्य लोगों ने बताया कि गर्मी के मौसम में रोजाना 10 से 15 शव सुबह से शाम तक आती है। विद्युत शवदाह गृह में एक चिता जलाने के लिए निगम की ओर से 500 रूपया चार्ज लिया जाती है। ठंड बढ़ने के बाद रोजाना घाट पर 30 से 35 शव का अंतिम संस्कार हो रहा है। इस तरह से एक वर्ष के अंदर निगम को सिर्फ विद्युत शवदाह गृह से 10 लाख रुपया की राजस्व प्राप्त होती है। जिसमें कुछ लोग विद्युत शवदाह गृह तो कई लोग श्मशान घाट पर शव को अंतिम संस्कार करते हैं।लोगों का कहाना है कि घाट पर डोम राजा की मनमानी चलती है। श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार करने आए धरहरा निवासी संजय कुमार यादव, पाटम निवासी कमलेश्वरी यादव, धरहरा मानगढ़ निवासी अशोक कुमार, बरियारपुर निवासी सुरेश मंडल सहित अन्य लोगों ने बताया कि निगम की देखरेख नहीं होने के कारण श्मशान घाट पर डोम राजा की काफी मनमानी होती है। क्रिया कर्म करने के 20 से 30 हजार रुपया की मांग करते है। 5 हजार से कम लेने को राजी नहीं होते है, जो देना गरीब लोगों के बस की बात नहीं है। उन्होंने कहा कि भागलपुर, पटना सहित अन्य जिला में जिस तरह नगर निगम ने एक फिक्स रेट तय किया है, उसी तरह मुंगेर में भी होना बहुत जरुरी है। मुखागनी के लिए 500 रुपया तय हुआ रेट फोन पर मुंगेर नगर निगम के मेयर कुमकुम देवी ने बताया कि घाट पर साफ-सफाई के अलावा लाइटिंग के लिए पहले भी कई लोगों का सुझाव आया है। इसमें श्मशान घाट पर लोगों के सुविधा के लिए क्या-क्या सुविधा देना है, इसपर बोर्ड की बैठक में चर्चा कर बिल पास किए जाने के बाद इस पर काम किया जाएगा। वैसे निगम की ओर से मुखागनी का 500 रूपया रेट तय किया गया है।