‘राष्ट्रीय जनता दल यानी राजद के नेताओं में फ्रस्ट्रेशन बढ़ गया है, वे चिड़चिड़ा गए हैं’, ये दावा भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और लोकसभा सांसद संबित पात्रा ने किया है। दरअसल, संबित पात्रा से पत्रकारों ने सवाल किया कि राजद नेताओं का कहना है कि नीतीश कुमार एक बार फिर महागठबंधन में शामिल होने वाले हैं। इस सवाल के जवाब में संबित पात्रा ने कहा कि राजद नेताओं का ये दावा उनके चिड़चिड़ापन को दर्शाता है, जो दिल्ली चुनाव के बाद से उनमें बढ़ गया है। उनका फ्रस्ट्रेशन लेवल भी बढ़ गया है, इसलिए ऐसी बातें कर रहे हैं। दिल्ली के सीएम शपथ ग्रहण समारोह में नीतीश कुमार के नहीं जाने के सवाल पर संबित पात्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा चल रही है, जिस वजह से वे दिल्ली नहीं गए। संबित पात्रा ने आगे कहा है कि दिल्ली की तरह बंपर जीत अब बिहार में भी होगी। संबित पात्रा शुक्रवार को मुजफ्फरपुर के नार्थ बिहार चैम्बर ऑफ कॉमर्स में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। पात्रा ने केंद्रीय बजट में बिहार को केंद्रित रखते हुए इसे आम जनता के हित का बजट बताया। डॉक्टर पात्रा ने बताया कि जब निर्मला सीतारमण ने सबसे अधिक बार आम बजट पेश करने का रिकार्ड बनाया, तो मैं सदन में था। जब 12 लाख तक इनकम टैक्स में छूट दी गई, हम तो ताली बजाने लगे। उन्होंने कहा कि अभी मैं नार्थ बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स में बैठा हूं, इसके अध्यक्ष ने खुद बताया कि हम लोगों ने चाहा था कि इनकम टैक्स छूट 7 लाख से बढ़ाकर 10 लाख कर दिया जाए, पर अचानक 12 लाख तक इनकम टैक्स में छूट की घोषणा कर दी गई। जब निर्मला सीतारमण ने इसकी घोषणा की तो सत्ता पक्ष के सांसद टेबल थपथपा रहे थे, जबकि विपक्ष के सांसद स्तब्ध थे। संबित पात्रा ने सदन के अंदर का वाक्या किया शेयर उन्होंने कहा कि सामान्य तौर पर बजट पेश होने के पूर्व संध्या पर ही विपक्ष एक पर्ची तैयार कर अपनी जेब मे रख लेता है, जिसमें लिखा होता है कि ये बजट गरीबों के लिए नहीं है, गरीबों का ध्यान नहीं रखा गया है, लेकिन इस बार नहीं हुआ। राहुल गांधी ने बजट के बाद जब जेब में हाथ डाला और जैसे ही कागज बाहर निकाला, प्रियंका गांधी ने इशारा किया कि कागज अंदर डालो, मत निकालो। पात्रा ने कहा कि मुझे दुख इस बात से हुआ कि कुछ नेता बाहर निकलकर यह कहने लगे कि यह बिहार का बजट है। मेरी पढ़ाई बिहार से हुई है और मैं बिहार के तमाम स्वाभिमानी भाइयों से यह कहना चाहता हूं कि यदि नरेंद्र मोदी ने बिहार को एयरपोर्ट दिया, मखाना बोर्ड दिया, ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट दिया, तो बिहार को स्वाभिमानी प्रदेश मानकर ये सब कुछ दिया। अगर इसका कोई विरोध करता है, तब बिहार की जनता यह याद रखे कि इसका जबाब कैसे देना है।
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