जमुई के एक सरकारी स्कूल के कचरा प्रबंधन प्रोजेक्ट का चयन पूर्वी भारत विज्ञान मेला कोलकाता के लिए हुआ है। यह मेला 6 से 10 जनवरी 2025 तक चलेगा। इस प्रोजेक्ट का चयन राज्य स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी पटना में हुआ था। इसे कोलकाता के बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी म्यूजियम में होने वाले पूर्वी भारत विज्ञान मेला के लिए जिले के प्रोजेक्ट कचरे से बिजली उत्पादन का चयन किया गया है। बरहट प्रखंड स्थित कृत्यानंद उत्क्रमित उच्च विद्यालय मलयपुर के छात्र आयुष के कचरा प्रबंधन के प्रोजेक्ट का चयन राष्ट्रीय विज्ञान मेला के लिए बीते 17 और 18 दिसंबर को एससीईआरटी पटना किया गया था। इस राज्य स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी में 20 से अधिक जिलों के छात्र-छात्राओं ने अपने अपने शिक्षकों के साथ भाग लिया था। इस राष्ट्रीय विज्ञान मेले में बेहतरीन प्रदर्शन करने और इस प्रोजेक्ट के लिए चयनित बच्चों को बेहतर मार्गदर्शन देने के लिए मुंगेर प्रमंडल से कृत्यानंद उत्क्रमित उच्च विद्यालय मलयपुर की साइंस की शिक्षिका शोभा सिंह का चयन नोडल शिक्षक के लिए किया गया है। कचरे से इलेक्ट्रिसिटी जनरेट करने पर हुआ सलेक्शन शिक्षिका शोभा सिंह बताती है कि यह प्रोजेक्ट कचरे से इलेक्ट्रिसिटी जनरेट करने का है। इसका सलेक्शन पहले जिला लेवल पर हुआ था, उसके बाद राज्य लेबल पर हुआ,अब पूर्वी भारत विज्ञान मेला में इसका सलेक्शन हुआ है। उन्होंने बताया कि पूर्वी जोन में बिहार, झारखंड,पश्चिम बंगाल,उड़ीसा,सिक्किम और अंडमान निकोबार ने भाग लिया था। इस प्रोजेक्ट के सलेक्शन होने के बाद नेशनल लेवल एनसीआरसी के लिए भेजा गया है। उन्होंने बताया कि एससीईआरटी के तहत 156 प्रदर्शनी को शामिल किया गया था। जिसमें 40 प्रोजेक्ट का सलेक्शन हुआ था। उन्होंने बताया कि कोलकाता के बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी म्यूजियम में होने वाले पूर्वी भारत विज्ञान मेला के लिए जमुई के आयुष के प्रोजेक्ट का चयन किया गया है। उन्होंने बताया कि मुंगेर प्रमंडल से टोटल 8 बच्चे का चयन हुआ है, जिसमें खगड़िया के 6 जमुई और बेगूसराय से एक है। छात्र आयुष ने अपने प्रोजेक्ट को लेकर कहा कि मुझे पुरी उम्मीद है,मेरे द्वारा बनाया गया कचरे से बिजली उत्पादन का सलेक्शन नेशनल लेवल पर जरूर होगी।