सुपौल में गुरुवार 12 दिसंबर को जिलाधिकारी कौशल कुमार ने वीरपुर हवाई अड्डे के जीर्णोद्धार कार्य का निरीक्षण किया। साथ ही संवेदक को 31 दिसंबर तक हर हाल में सभी कार्य पूरा करने का निर्देश दिया है। बता दें कि लगभग 5 करोड़ रुपये की लागत से चल रहे इस कार्य में रनवे और चारदीवारी की मरम्मत समेत अन्य सुधार किए जा रहे हैं। डीएम ने बताया कि हवाई अड्डे के पूर्वी हिस्से में खाली जमीन उपलब्ध है, जिसे विस्तार के लिए उपयोग में लाया जा सकता है। इस संबंध में विस्तृत रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजी गई है। भविष्य में वीरपुर हवाई अड्डे से वाणिज्यिक विमानों की उड़ान शुरू होने की संभावना है, जो क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा देगा। वर्तमान में हवाई अड्डे का रनवे 1200 मीटर लंबा और 23 मीटर चौड़ा है। गुणवत्ता बरतने का दिया निर्देश निरीक्षण के दौरान डीएम ने पीडब्ल्यूडी के सहायक अभियंता अजीमुद्दीन से निर्माण कार्य की प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिया कि टूटी हुई चारदीवारी को प्राथमिकता से दुरुस्त किया जाए और हवाई अड्डे में अवांछित गतिविधियों जैसे बाइक रेसिंग पर सख्त कार्रवाई की जाए। रनवे की सॉलिंग को पक्का करने का भी निर्देश दिया ताकि कोई इसे नुकसान न पहुंचा सके। छोटे विमानों का होगा संचालन हाल ही में राज्यसभा में पूछे गए एक सवाल के जवाब में नगर विमानन मंत्री ने बताया कि वीरपुर सहित बिहार के 10 शहरों में छोटे विमानों के संचालन की योजना है। 20 सीट वाले विमानों की उड़ान के लिए बोलियां प्राप्त हुई हैं। उन्होंने बताया कि कोसी योजना के तहत वीरपुर हवाई अड्डा बनाया गया था। तब से कई महत्वपूर्ण उड़ानें यहां से हो चुकी हैं। पुनरुद्धार के बाद, यह हवाई अड्डा सुपौल और आसपास के क्षेत्रों को बेहतर हवाई संपर्क और आर्थिक विकास का अवसर प्रदान करेगा।