सहरसा नगर निगम बड़ी दुर्गा स्थान वार्ड 20 की निवासी प्रज्ञा रंजन वर्तमान में जिले के यूएमभी सरोनी में कला शिक्षिका के रूप में कार्यरत हैं। उनकी पहचान एक प्रतिभाशाली चित्रकार के रूप में है, जिन्होंने न केवल बिहार और भारत बल्कि विदेशों तक अपनी कला का प्रदर्शन किया है और इसके लिए गोल्ड मेडल भी प्राप्त किया है। बचपन से कला में रुचि, विदेशों तक पहचान पूर्णिया जिले में जन्मी और पली-बढ़ी प्रज्ञा रंजन को बचपन से ही पेंटिंग का शौक था।उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा पूर्णिया से प्राप्त की और एमए तक की पढ़ाई पूरी की। कला के प्रति गहरी रुचि के कारण उन्होंने आर्ट में पोस्ट-ग्रेजुएशन किया और इसी क्षेत्र को अपने करियर के रूप में चुना। जिसके बाद शिक्षिका उन्होंने सरकारी विद्यालय में योगदान दिया। उनकी पेंटिंग को पटना के तारामंडल से लेकर ललित कला अकादमी तक सराहा गया है। इस वर्ष 23 जनवरी को उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की माता के साथ वाली एक पेंटिंग बनाई और उसे जिला प्रशासन को भेंट किया। इसके अलावा, उन्होंने सहरसा जिलाधिकारी वैभव चौधरी का चित्र भी बनाया और उन्हें समर्पित किया। बच्चियों को मुफ्त सिखाती पेंटिंग सरकारी शिक्षिका होने के साथ-साथ दो बच्चों की माँ और परिवार की जिम्मेदार गृहिणी होने के बावजूद, प्रज्ञा रंजन हर रविवार को आसपास की बच्चियों को निःशुल्क पेंटिंग सिखाती हैं। उनका मकसद साफ है कि बच्चियों में कला के प्रति रुचि जगाना और उन्हें इस क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करना। अब तक़ दो हजार पेंटिग बना चुकी है। उनकी पेंटिंग्स को राज्य से लेकर विदेशों तक सराहा गया है और उन्हें कई प्रतिष्ठित सम्मान एवं गोल्ड मेडल प्राप्त हुए हैं। उनका सपना है कि सहरसा और आसपास के इलाकों की बच्चियां भी कला के क्षेत्र में नाम रोशन करें। प्रज्ञा रंजन के इस समर्पण और उपलब्धियों ने उन्हें न केवल एक उत्कृष्ट शिक्षिका बल्कि समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बना दिया है।
![](https://drishyamindia.com/wp-content/uploads/2025/02/cd3470ad-b991-4aab-9c20-6429ae048532_1738822361666-v0yVNf-300x300.jpeg)