18 साल तक के कैंसर पीड़ित बच्चों व किशोरों के इलाज के लिए देश का पहला अस्पताल पटना में बनाया जाएगा। महावीर मंदिर न्यास की ओर से बनाए जा रहे इस अस्पताल का शिलान्यास मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुरुवार को करेंगे। यह अस्पताल 100 बेड की क्षमता का होगा, जिसमें कैंसर से पीड़ित 18 साल तक के सभी बच्चे और किशोरों का नि:शुल्क इलाज होगा। अस्पताल निर्माण का काम जनवरी 2025 से शुरू होगा। वहीं यह अस्पताल 18 महीने में बनकर तैयार हो जाएगा। इसकी जानकारी महावीर मंदिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने दी। उन्होंने बताया कि यह अस्पताल 60 हजार वर्ग फुट में बनेगा, जो 7 तल्ले का होगा। वहीं इसके निर्माण में 25 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। किशोर कुणाल ने बताया कि महावीर कैंसर संस्थान में अभी बच्चों का अलग वार्ड है। महावीर कैंसर संस्थान की 26वीं वर्षगांठ 12 दिसंबर को है। इस मौके पर महावीर बाल कैंसर अस्पताल की नींव रखी जाएगी। वहीं 12 दिसंबर 1998 को महावीर मन्दिर न्यास के दूसरे अस्पताल के रूप में महावीर कैंसर संस्थान का उद्घाटन दलाईलामा ने किया था। इलाज के साथ मनोरंजन व पढ़ने की भी व्यवस्था महावीर मंदिर कैंसर संस्थान के अधीक्षक एलबी सिंह ने बताया कि इस अस्पताल में कैंसर पीड़ित बच्चों के लिए इलाज के साथ ही मनोरंजन और पढ़ने की व्यवस्था की जाएगी। वहीं मरीजों के अभिभावकों के लिए भी काउंसिलिंग की व्यवस्था की जाएगी। साथ ही बच्चों के कौशल क्षमता का विकास किया जाएगा, ताकि बीमारी से निजात पाने के बाद मुख्यधारा से जुड़ सकें। एक्सपर्ट बोले-सबसे अधिक ब्लड कैंसर से पीड़ित होते हैं बच्चे, समय पर इलाज हो तो ठीक होना संभव देश में हर साल काफी संख्या में बच्चे विभिन्न तरह के कैंसर से पीड़ित हो रहे हैं। देश में हर साल एक मिलियन बच्चों में करीब 38 से 124 बच्चे विभिन्न कैंसर से पीड़ित होते हैं। इसमें सबसे अधिक ल्यूकीमिया (ब्लड कैंसर) से 30 से 40 फीसदी, लिम्फोमा से 10 से 15 फीसदी, ब्रेन ट्यूमर से 20 से 25 फीसदी, सॉलिड ट्यूमर (न्यूरो ब्लास्टोमा) से 10 से 15 फीसदी बच्चे पीड़ित होते हैं। बिहार में हर साल काफी संख्या में बच्चे विभिन्न कैंसर से पीड़ित होकर आते हैं, लेकिन इसका कोई निबंधित आंकड़ा नहीं है। बच्चों में सबसे अधिक ब्लड कैंसर देखा जा रहा है।